
विदिशा में पति-पत्नी के विवाद के चलते युवक ने ली खुद की जान
विदिशा के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के सुभाष नगर में 35 वर्षीय यूवक ने जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे उनकी जान चली गई। परिजनों ने पति-पत्नी के बीच विवाद को इसका कारण बताया। मृतक रायसेन जिले के जमुनिया गांव के थे और विदिशा में चार पहिया वाहन चालक थे। उन्हें कल शाम अपने वाहन के नीचे बेसुध पाया गया था। मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उनकी जान चली गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
MP में सड़कों से गौवंश हटाने के लिए अधिकारियों को मिले निर्देश
सड़कों और हाईवे पर गायों की उपस्थिति से होने वाले हादसों को देखते हुए, शासन के निर्देश पर एक कार्य योजना तैयार की गई है। कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने बताया कि सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सड़कों पर मौजूद गायों को नजदीकी गौशाला में भेजें। यह जिम्मेदारी शहर, तहसील, ग्राम और पंचायत स्तर पर दी गई है। कई गौशालाओं के बंद होने या गायों को न रखने की समस्या पर कलेक्टर ने कहा कि ऐसी गौशालाओं को चिन्हित किया गया है और उनकी कमियों को दूर किया जाएगा।
विदिशा में सिह वाहिनी मंदिर में हुआ चोरी का प्रयास
सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित सिह वाहिनी माता मंदिर में चोरी का प्रयास हुआ। पुजारी ने जब मंदिर खोला तो मुख्य द्वार के ताले टूटे मिले लेकिन मूर्तियां सुरक्षित थीं। चोर ने घटना से पहले CCTV कैमरा भी छेड़छाड़ की। नगर पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने मामले की पुष्टि की और पुलिस जांच कर रही है।
विदिशा में शिव साधना समिति ने रेलवे पुल और सड़क पर बांधे रक्षा सूत्र
विदिशा में रक्षाबंधन पर शिव साधना गौ सेवा समिति के सदस्यों ने रेलवे ब्रिज और सड़क पुल पर रक्षा सूत्र बांधे। पिछले 15 सालों से ये सदस्य निर्जीव वस्तुओं पर रक्षा सूत्र बांधकर सुरक्षा का प्रतीक मनाते आ रहे हैं। राकेश चौरसिया और उनके साथी इस परंपरा को निभा रहे हैं, जिसे दीपक साहू ने 2009 में शुरू किया था। दीपक साहू के निधन के बाद भी उनकी याद में यह परंपरा जारी है।
विदिशा जेल में बंद कैदियों को रक्षाबंधन पर राखी बांधने पहुंचीं बहनें
विदिशा जिला जेल में रक्षाबंधन पर बंद कैदियों को उनकी बहनों ने राखी बांधी। जेल प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। सुबह से ही बहनें जेल पहुंचने लगी थीं। जेल अधीक्षक प्रियदर्शन श्रीवास्तव ने बताया कि 218 पुरुष और 16 महिला बंदियों से उनकी बहनों ने राखी बंधवायी और त्यौहार की परंपराओं का पूरा ध्यान रखा गया।