शाजापुर जिला अस्पताल में एक नवजात शिशु की जान जाने के बाद परिजनों ने हंगामा किया। घटना की सूचना पर SDPO, तहसीलदार, सिविल सरजन और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। परिजनों ने तहसीलदार मधु नायक को आवेदन देकर अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि अस्पताल कर्मचारियों ने पैसे की मांग की और भुगतान न करने पर समय पर प्रसव नहीं कराया, जिससे बच्चे की जान चली गई। यह प्रसुता का 8 साल बाद दूसरा बच्चा था। अधिकारियों ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है।