अमेठीः अज्ञात वाहन ने बाइक को मारी टक्कर, बाइक सवार तीन लोगों में दो घायल, एक की मौत
अमेठी जिले के थाना मोहनगंज के अन्तर्गत ग्राम ओनडीह के निकट अज्ञात वाहन ने मोटरसाइकिल को जोरदार टक्कर मारी। अंकित कुमार उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम मुबारक पुर मजरे गंगा गंज जिला रायबरेली, अशीष कुमार उम्र 24 वर्ष महराजगंज कोतवाली के गांव गोहाना मजरे थुलवासा जिसके सर और दाहिने पैर फ्रेक्चर हो गया। तीसरा सतीश कुमार जो रायबरेली जिले के ग्राम मुबारकपुर मजरे गंगागंज का बताया गया। पुलिस सभी घायलों को तिलोई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आई जहां डाक्टरों ने अंकित कुमार को मृत घोषित कर दिया।
Amethi- थाना मोहनगंज क्षेत्र में सड़क हादसे में युवक की गई जान
अमेठी जिले के थाना मोहनगंज के अन्तर्गत ग्राम सिंहपुर मजरे ढोढनपुर निवासी दिनेश कुमार देर शाम को जामों थाना क्षेत्र के किसी गांव में शामिल होने मोटरसाइकिल से जा रहा था। जहां सड़क हादसे मे दिनेश की जान चली गई,तथा भाभी और भतीजी विद्यावती घायल हो गए.सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु तथा घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
अमेठीः कमरे के अंदर फांसी के फंदे पर लटका मिला नवविवाहिता का शव, पति पर प्रताड़ित करने का आरोप
अमेठी तहसील तिलोई शिवरतनगंज थाना क्षेत्र के गंगापुर मेहमानपुर गांव मेंसुबह महिमा का शव फांसी के फंदे पर लटका मिला जिससे लोगों में हड़कंप मच गया। परिजन फांसी के फंदे से शव को उतार कर अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजकर, मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतका की बहन ने पति पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मृतका की इसी साल फरवरी में शादी हुई थी।
अमेठी-शादी से पहले जेवरात व डेढ़ लाख की नगदी लेकर हुई फरार।
धर्मे धाम में साप्ताहिक मेला शुरू, हजारों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
दूलन दास की तपोस्थली सिद्धपीठ धर्मे धाम में साप्ताहिक मेला शुरू हो गया है। यह स्थल सतनामी सम्प्रदाय की सिद्ध गद्दी है, जो बाबा दूलन दास की तपोस्थली के रूप में प्रसिद्ध है। लगभग 400 वर्ष पूर्व 1628 ई. में बाबा दूलन दास ने इस स्थान पर भजन और तपस्या की थी। मेला में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है। धर्मे धाम स्थित यह स्थल तिलोई तहसील के सैंम्बसी गाँव में है, जहां हजारों लोग बाबा दूलन दास की पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं।