प्रयागराज महाकुंभ में 27 जनवरी 2025 को आयोजित होने वाली सनातन धर्म संसद में 'सनातन बोर्ड' का प्रारूप प्रस्तुत किया जाएगा। इसमें सभी 13 अखाड़ों के प्रमुख, जगद्गुरु शंकराचार्य, प्रमुख संत, कथावाचक, धर्माचार्य, विद्वान और सनातनी विचारक शामिल होंगे। यह प्रस्ताव सनातन धर्म से जुड़े अधिकारों की सुरक्षा और संवर्धन के लिए तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य सनातनियों की धार्मिक भावनाओं और उनके अधिकारों की रक्षा करना है। धर्म संसद में इस प्रस्ताव पर चर्चा कर इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।