बागेश्वर में गांव बोरबलड़ा की सड़क ख़तरे में, ग्रामीणों को लाभ नहीं
बागेश्वर के अंतिम छोर पर बसे गांव बोरबलड़ा तक सड़क तो बनी लेकिन अभी ग्रामीणों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। दो महीने से सड़क भूस्खलन के कारण बंद होने के कारण गांव में एक बुजुर्ग के बीमार पड़ने पर उन्हें डोली की मदद से सड़क तक लाना पड़ा। कई कठिनाइयों का सामना करते हुए ग्रामीण उन्हें 12 किमी तक डोली पर बैठाकर बदियाकोट तक लाए। जहां से वाहन की मदद से उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। मानसून काल के दौरान जिले की अधिकांश सड़कों पर यातायात बाधित है। इस सड़क पर भूस्खलन अधिक होता है।
नो सेफ्टी नो ड्यूटी, स्ट्राइक पर डॉक्टर्स
कोलकाता में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म के बाद हत्या के खिलाफ बागेश्वर के डाॅक्टरों ने कड़ा रोष जताया है। सुबह कामकाज बंद कर डाॅक्टरों ने अस्पताल परिसर में रोष रैली निकाली। इस दौरान दोषियों के लिए फांसी और डॉक्टरों के लिए सुरक्षा की मांग की। डाक्टरों ने नो सेफ्टी नो डयूटी के नारे भी लगाए। डॉक्टर्स का 24 घंटे ओपीडी बहिष्कार के बाद मरीज भी काफ़ी परेशान रहें, कपकोट के दुर्गम क्षेत्र से 80 किलोमीटर दूर से आये कई मरीजों को भी निराश वापिस लौटना पड़ा।
आपदा क्षेत्रों पर पहुंची डीएम
बाजार में घूमता दिखा साही, लोगों में मची अफरा तफरी
बागेश्वर में जंगली जानवर जंगल छोड़कर मार्केट में घूम रहें हैं। बागेश्वर मार्केट में cctv में लेपर्ड कई बार कैद हुआ है, लेकिन अब दिन दहाड़े साही मार्केट में घुस गया। जिसे देखते ही मार्केट में अफरा-तफरी मच गई। लोगों को देखकर वह इधर उधर भागने लगा। कई लोग घायल भी हुए। अफरा तफरी के बीच कुछ लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना के बाद वनकर्मी मौके पर पहुंचे और उसे पकड़कर ले गए और बाद में उसे जंगल में छोड़ दिया गया।
बागेश्वर में भारी बारिश की दी गई चेतावनी, शनिवार को सभी स्कूल बंद
बागेश्वर में मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर जिलाधिकारी ने शनिवार को सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। यह आदेश आंगनवाड़ी से लेकर 12वीं कक्षा तक के सभी सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थानों पर लागू होगा।
बागेश्वर में कारगिल विजय दिवस पर वीर शहीदों को किया गया याद, परिजनों का सम्मान
भारत-पाकिस्तान की सैन्य जंग की विजय के प्रतीक कारगिल विजय दिवस को हर साल देशभर में मनाया जाता है। इस दिन भारत वीर सैनिकों के साहस और बलिदान को याद करता है जिन्होंने देश की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा की। बागेश्वर में भी इस दिन को वीर सपूतों को याद किया गया। करगिल शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया और इस दौरान स्कूली बच्चों ने कार्यक्रम पेश किए।