सरगुजा अपने पारंपरिक दशहरा उत्सव के लिए प्रसिद्ध है, जिसमें खासतौर पर राजा के महल को 1 दिन के लिए खोला जाता है। इस अवसर पर लोग दूर-दूर से आकर राजा का आशीर्वाद लेते हैं। टीएस सिंह देव ने नवग्रह सहित देवी-देवताओं की विशेष पूजा-अर्चना की। पुराना पैलेस, जिसे कोठी घर कहा जाता है, लोग प्रवेश कर पूर्व राजा-रानियों द्वारा उपयोग की गई वस्तुओं को करीब से देखते हैं। पैलेस के अंदर भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। इसके अलावा मैदान में रावण दहन के साथ भव्य आतिशबाजी का आयोजन हुआ।