
निवाड़ी के आजादपुरा गांव के पास दिखा मगरमच्छ, रहवासी क्षेत्र में आने की संभावना
निवाड़ी जिले के आजादपुरा गांव के पास एक मगरमच्छ दिखा जिसे लेकर लोगों का अनुमान है कि यह मगरमच्छ सातार नदी से निकल कर पास के रहवासी क्षेत्र में किसी शिकार की तलाश में आया था। वीडियो में मगरमच्छ के पास एक मकान की बाउंड्री वॉल भी नजर आ रही है जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह इलाका रहवासी क्षेत्र है। स्थानीय लोग चिंतित हैं और प्रशासन से उचित सुरक्षा की उम्मीद कर रहे हैं।
निवाड़ी में DAP खाद न मिलने से किसान हुए परेशान, हाईवे पर जाम लगाकर किया विरोध
निवाड़ी जिले में DAP खाद की कमी के कारण किसान परेशान हैं। खाद न मिलने से गुस्साए किसानों ने पृथ्वीपुर निवाड़ी हाईवे मार्ग पर जाम लगाकर विरोध जताया। किसान सुबह से शाम तक खाद गोदाम पर इंतजार करने को मजबूर हैं। उनका कहना है कि फसलों की बोआई के लिए खाद की सख्त जरूरत है लेकिन खाद नहीं मिल रही है। मौके पर पहुंचे तहसीलदार और पुलिस के आश्वासन के बाद किसानों ने जाम खोला और तहसीलदार की मौजूदगी में खाद का वितरण किया जा रहा है।
निवाड़ी का सीएम राइज स्कूल गौशाला में तब्दील, वायरल वीडियो में दिखे गाय-बछड़े
निवाड़ी जिले के असाटी गांव में करोड़ों रुपए की लागत से बने सीएम राइज स्कूल का हाल अब गौशाला जैसा हो गया है। हाल ही में एक वायरल वीडियो में देखा गया कि स्कूल में बच्चों के बजाय गाय और बछड़े घूम रहे हैं। वीडियो में यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि स्कूल के परिसर में दर्जनों गाय और बछड़े विचरण कर रहे हैं, जिससे यह स्कूल अब गौशाला की तरह नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थिति सीएम राइज स्कूल की बिगड़ी हुई व्यवस्था का परिचायक है।
निवाड़ी में अवैध शराब बिक्री के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंची महिलाएं, पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद
निवाड़ी जिले के बारह बुजुर्ग गांव की महिलाएं गांव में शराब बिक्री के खिलाफ कार्यवाही की मांग लेकर पृथ्वीपुर थाने पहुंचीं। महिलाओं को उम्मीद थी कि पुलिस उनकी समस्या का समाधान करेगी लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया। महिलाएं घंटों थाने में बैठी रहीं मगर जिम्मेदार अधिकारी उनसे मिलने तक नहीं आए और ना ही उनकी समस्या सुनी।
निवाड़ी जिले के किशोरपुरा गांव में शराबबंदी का सख्त फैसला
निवाड़ी जिले के किशोरपुरा गांव में शराबबंदी को लेकर ग्राम पंचायत ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है। अब गांव में शराब पीने और बेचने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस नियम का उल्लंघन करने पर 11 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। पंचायत ने यह भी तय किया है कि गांव में कोई भी व्यक्ति कच्ची या पक्की शराब नहीं बेचेगा। गांव में शराब बेचने वालों ने भी भगवान को साक्षी मानकर कसम खाई है कि वे जीवनभर शराब का कारोबार नहीं करेंगे।