गोरखपुर में पटरी व्यवसायियों ने कमिश्नरी कार्यालय पर पहुंचकर वेंडर जोन के निजीकरण का विरोध किया। उनका कहना है कि यह सरकार नहीं, बल्कि नगर आयुक्त द्वारा किया जा रहा निजीकरण है। व्यवसायियों के मुताबिक, नगर निगम वेंडर जोन को निजी हाथों में सौंपकर उन्हें फिर से वही जगह किराए पर देगा, जिससे भारी मुनाफा कमाया जाएगा। इस फैसले के खिलाफ पटरी व्यवसायियों ने नारेबाजी और ज्ञापन सौंपकर विरोध जताया।