राजगढ़ के सुल्तानिया में जल्लीकट्टू जैसा पारंपरिक 'छोड़ा उत्सव' आज भी बना आकर्षण
मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के सुल्तानिया गांव में तमिलनाडु के प्रसिद्ध खेल जल्लीकट्टू की तर्ज पर वर्षों पुरानी 'छोड़ा परंपरा' का आयोजन आज भी बड़ी धूमधाम से किया जाता है। इस उत्सव में जिले भर से लोग जुटते हैं और सभी धर्म-जाति के लोग मिलकर भाईचारे से इस पारंपरिक गो-खेल का हिस्सा बनते हैं। इस खेल में विशेष प्रकार की तुलसी, जिसे 'दोना' कहा जाता है, को चमड़े, रस्सी और डंडे के साथ बांधकर अमावस्या की रात में सभी देवी-देवताओं के स्थान पर ले जाकर शुद्ध किया जाता है।
राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने मां आशापुरी के दर्शन कर किया पूजा-अर्चना
राजगढ़ के पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा रविवार को परिवार के साथ पढ़ाना स्थित प्रसिद्ध मां आशापुरी मंदिर पहुंचे। उन्होंने मां आशापुरी की पूजा अर्चना की और आशीर्वाद लिया। मंदिर के पुजारी पंडित हरिप्रसाद शर्मा ने पूजा करवाई। इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक को मंदिर के इतिहास और निर्माण के बारे में बताया। SP ने बुनकरों से भी चर्चा की और चादर खरीदी। मां आशापुरी मित्र मंडल के सदस्यों ने उनका स्वागत किया।
राजगढ़ में व्यापारियों ने किसानों को परेशान किया, अवैध कब्जा हुआ!
राजगढ़ जिले के पचोर कृषि उपज मंडी में व्यापारियों ने अवैध रूप से कब्जा करके टीन शेड और गोदाम बना लिए हैं, जिससे किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तहसीलदार प्रियंक श्रीवास्तव ने बताया कि व्यापारियों को नोटिस जारी किया गया था और उनसे जवाब मांगा गया है। अब अतिक्रमण चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
सारंगपुर में शासकीय हाई स्कूल सुस्याहेडी में शिक्षक लक्ष्मी नारायण चौहान सेवानिवृत्त
शासकीय हाई स्कूल सुस्याहेडी में शिक्षक लक्ष्मी नारायण चौहान ने अपनी सेवा पूरी कर सेवानिवृत्त हो गए हैं। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें बधाई दी। राज्यमंत्री नारायण सिंह पंवार, सांसद रोडमल नागर, अमरसिंह यादव, हजारीलाल दांगी, और मोहन शर्मा ने रामलला की तस्वीर भेंट कर उन्हें शुभकामनाएं दीं। समारोह में सैकड़ों लोगों ने शिक्षक लक्ष्मी नारायण चौहान को सम्मानित किया।
सारंगपुर में किसानों का प्रदर्शन, सोयाबीन मूल्य वृद्धि की मांग
सारंगपुर में किसानों ने सोयाबीन का भाव ₹6000 प्रति क्विंटल सहित 12 सूत्री मांगों को लेकर उग्र प्रदर्शन किया। एसडीएम के न आने पर किसानों ने सड़क पर धरना दिया और नारेबाजी की। करीब दो घंटे बाद कलेक्टर से बात होने पर स्थिति सामान्य हुई। तहसीलदार को मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। किसानों ने मांगें पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।