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Yogendra Tripathiउतरौला CHC की स्वास्थ्य सेवाओं से 'कॉमन रिव्यू मिशन' टीम गदगद, स्वच्छता और सेवाओं की सराहना
Utraula, Uttar Pradesh:
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता जाँचने आई कॉमन रिव्यू मिशन (CRM) टीम ने आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) उतरौला का गहन दौरा किया। टीम ने केंद्र पर उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं, औषधि वितरण, स्टाफ की उपस्थिति और स्वच्छता व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया।
टीम ने ओपीडी, इमरजेंसी वार्ड, प्रसव कक्ष, टीकाकरण कक्ष और लैब सहित सभी प्रमुख विभागों का अवलोकन किया। निरीक्षण के दौरान, टीम ने पाया कि सभी विभाग सुव्यवस्थित और सक्रिय रूप से संचालित हैं। मरीजों के पंजीकरण से लेकर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं तथा टीकाकरण तक की प्रक्रिया सुचारू पाई गई।
टीम ने विशेष रूप से केंद्र की स्वच्छता व्यवस्था और कर्मचारियों द्वारा रिकॉर्ड के बेहतरीन रखरखाव की सराहना की।
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डीएम ने पचपेड़वा पेयजल और आईटीआई ट्रेनिंग सेंटर का किया निरीक्षण, गुणवत्ता के साथ समय पर काम पूरा करने का निर्देश
Balrampur, Uttar Pradesh:
जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन ने जनपद में निर्माणाधीन दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं का औचक निरीक्षण किया। डीएम का उद्देश्य परियोजनाओं को समयबद्ध और उच्च गुणवत्ता के साथ पूरा कराना सुनिश्चित करना है।
सबसे पहले, डीएम ने नगर पंचायत पचपेड़वा में निर्माणाधीन पाइप पेयजल पुनर्गठन परियोजना का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यदाई संस्था (जल निगम अर्बन) द्वारा बनाए जा रहे ओवर हेड टैंक, ट्यूबवेल तथा पाइपलाइन बिछाने के काम की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने परियोजना को गुणवत्तापूर्ण ढंग से समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के कड़े निर्देश दिए।
इसके बाद, डीएम ने आईटीआई विशुनपुर विश्राम पहुँचकर निर्माणाधीन ईडीटेक ट्रेनिंग सेंटर का निरीक्षण किया। चूँकि यह कार्य लगभग पूर्ण पाया गया, डीएम ने अधिकारियों को इसे जल्द से जल्द हैंडओवर करने की कार्यवाही शुरू करने निर्देश दिया।
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डीएम ने 'आश्रम पद्धति' स्कूल में छात्राओं संग लाइन में लगकर किया भोजन, परखी गुणवत्ता और आवासीय सुविधाएँ
Balrampur, Uttar Pradesh:
डीएम विपिन कुमार जैन ने तहसील बलरामपुर सदर स्थित राजकीय बालिका आश्रम पद्धति विद्यालय सेखुंईकला का औचक निरीक्षण कर वहाँ की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
डीएम ने सबसे पहले विद्यालय की शिक्षण व्यवस्था को परखा। उन्होंने कक्षा, लैब और स्मार्ट क्लास का निरीक्षण किया और बेहतर शैक्षिक माहौल बनाए रखने के निर्देश दिए।
इसके बाद, उन्होंने आवासीय सुविधाओं का आकलन करने के लिए छात्राओं से सीधा संवाद किया और उनसे सुविधाओं के संबंध में फीडबैक लिया।
निरीक्षण का सबसे महत्वपूर्ण पहलू तब सामने आया, जब डीएम ने मेस (Mess) का जायजा लिया। भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए, डीएम श्री जैन स्वयं छात्राओं के साथ लाइन में लगे और उनके साथ बैठकर भोजन किया। इस पहल से उन्होंने न केवल भोजन की गुणवत्ता परखी, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि छात्राओं को पौष्टिक भोजन मिलता रहे।
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बालिका इंटर कॉलेज में डीएम ने परखा पठन-पाठन, निष्प्रयोज्य भवन गिराकर नए निर्माण में तेजी का निर्देश
Balrampur, Uttar Pradesh:
जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन ने तहसील उतरौला के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्कूल के कमरों की स्थिति का जायजा लिया और छात्राओं से सीधे संवाद कर पठन-पाठन की गुणवत्ता की जानकारी ली।
विद्यालय परिसर में मौजूद टेक्निकल टीम को डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि निष्प्रयोज्य (Demolish) भवन को गिराने और उसके स्थान पर नए भवन के निर्माण की प्रक्रिया में तेज़ी लाई जाए। उन्होंने छात्राओं की बेहतर शैक्षणिक व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित पुलिस पेट्रोलिंग के भी निर्देश दिए।
निरीक्षण के बाद, डीएम ने नगर पालिका उतरौला क्षेत्र की साफ-सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान समुचित सफाई न पाए जाने पर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त की और पालिका अधिकारियों को तत्काल व्यवस्था में सुधार लाने के कड़े निर्देश दिए।
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...तो क्या रसूखदार लोगों से जुड़े अवैध हॉस्पिटल में हुई मौत का मामला दबा देगा प्रशासन, मौत के चार दिन भी FIR क्यों नहीं?
Tulsipur, Uttar Pradesh:
मुख्य चौराहे पर अवैध रूप से संचालित होता रहा SPM हॉस्पिटल, महिला की मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन का रैवैया ढुलमुल!
डॉ शिव कुमार और डॉ मेधावी सिंह पर अब तक एफआईआर क्यों नहीं, जबकि यह मामला चिकित्सकीय लापरवाही के कारण हत्या से है जुड़ा?
जब सब कुछ पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के सामने ही हुआ तो किस बात की चल रही है जांच?
क्या शीला देवी की मौत के चार दिन बाद तक नहीं आ सकी जांच रिपोर्ट? तो कैसे सील किया गया अवैध रूप से संचालित हॉस्पिटल?
जब सब कुछ है साफ़-साफ़ सामने तो क्यों कार्रवाई से अपने कदम पीछे हटा रहे हैं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी?
महज सील करना ही कार्रवाई नहीं, अब तक अवैध रूप से संचालन के लिए हॉस्पिटल पर क्यों दर्ज नहीं करवाई एफआईआर?
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