
मंडलायुक्त देवीपाटन मंडल एवं पुलिस महानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र गोण्डा ने रूपईडीहा चेक पोस्ट का किया दौरा
Balrampur: DM ने EVM एवं वीवीपैट वेयरहाउस का निरीक्षण किया
बलरामपुर में जिला मजिस्ट्रेट पवन अग्रवाल ने कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित ईवीएम और वीवीपैट वेयरहाउस का त्रैमासिक निरीक्षण किया। इस दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में उन्होंने साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी निगरानी और अग्निशामक उपकरणों की व्यवस्था का जायजा लिया। DM ने सभी आवश्यक दिशानिर्देश दिए और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से महत्वपूर्ण सुझाव भी लिए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार और अन्य संबंधित अधिकारी तथा कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
Balrampur - डीएम ने नहरों की सिल्ट सफाई कार्य का किया निरीक्षण,परखी गुणवत्ता
बलरामपुर, फसल बुवाई सीजन में नहरों से खेतों तक पानी की पहुंच सुनिश्चित किए जाने हेतु डीएम श्री पवन अग्रवाल द्वारा तहसील बलरामपुर सदर में ग्राम बिरहिनपुरवा एवं इमलिया में नहरों की सिल्ट सफाई कार्य का निरीक्षण किया गया।इस दौरान डीएम ने कार्य की गुणवत्ता को परखा एवं नहर के ग्रेडिएंट का अपने समक्ष मिजरमेंट कराया.उन्होंने सिल्ट सफाई के ग्रेडिएंट को मेंटेन रखे जाने का निर्देश दिया,जिससे कि नहरों के टेल तक पानी पहुंचे।
Balrampur- डीएम ने विकास खंड हरैया सतघरवा में गन्ना तौल केंद्र का किया निरीक्षण
डीएम पवन अग्रवाल द्वारा विकास खंड हरैया सतघरवा में गन्ना लाल केंद्र शिवपुरा बीह का निरीक्षण किया गया।इस दौरान उन्होंने ट्रैक्टर ट्रॉली पर गन्ने की तौल अपने समक्ष कराया। उन्होंने निर्देश दिया कि गन्ने की तौल पूरी पारदर्शिता से की जाए।उन्होंने तौल केंद्र पर कृषकों के लिए बैठने ,शुद्ध पेयजल आदि आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित किए जाने का निर्देश दिया। दुर्घटना आदि से बचाव हेतु चीनी मिल के अधिकारी को गन्ना ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर रिफ्लेक्टर लगवाए जाने का निर्देश दिया।
बलरामपुरः शिवपुरा में एक दिवसीय शब्द योग शिविर का आयोजन
विकास खंड हरैया सतघरवा के अन्तर्गत गुरुवार शिवपुरा में उमाकान्त जी महाराज पधारे। शिवपुरा में एक दिवसीय शब्द योग शिविर सतसंग और नामदान कार्यक्रम में मौजूद लगभग पचास हजार लोगों से कहा कि हाथ जोड़ कर विनय हमारी, तजो नशा, बनो शाकाहारी। हमारी जीवात्मा कर्म के अनुसार स्वर्ग या बैकुंठ में भेजी जाती है जो मनुष्य शरीर और जीवन का मतलब नहीं समझते उन्हें बहुत सजा मिलती है। देवता भी यह शरीर पाने की कामना करते हैं। व्यवस्था किसी की भी सिफारिश या दबाव से नहीं चलती, कर्म के अनुसार सजा मिलती है।