
10 लाख के इनामी नक्सली ने छोड़ा हथियार , समाज की मुख्यधारा से जुड़ने किया पुलिस के समक्ष सरेंडर
पीएम नरेंद्र मोदी के 11 साल के कार्यकाल में हुए कई कार्य , बस्तर से नक्सलवाद की समाप्ति क कार्य के लिए मोदी जी को धन्यवाद
8 लाख की इनामी दो महिला नक्सलियों ने किया सरेंडर , 50 हजार की प्रोत्साहन राशि पुलिस ने दिया
पहुंच विहीन गांव कोगाली और वाडापेन्दा में दो दिवसीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित
आईडी बलास्ट की घटना के आरोपी नक्सली को पुलिस ने किया गिरफ्तार
Narayanpur - नक्सल प्रभावित जिले में निकाली गई तिरंगा यात्रा , भारत माता के जयकारे से गूंज उठा जिला
घोर नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में आज तिरंगा यात्रा बड़ी शान के साथ जिला मुख्यालय में स्कूली बच्चों , नौजवानों , पुलिस के जवानों , आईटीबीपी फोर्स के जवानों के साथ जनप्रतिनिधियों ने निकाली । भारत माता , भारतीय सेना के जयकारों से नक्सल प्रभावित जिला गूंज उठा और अनेकता में एकता का परिचय इस तिरंगा यात्रा में नजर आया । देश से आतंकवाद और नक्सलवाद की समाप्ति के लिए भारतीय सेना और राज्य की पुलिस बल लगी है और बहुत जल्द देश में अमन शांति कायम होगी ।
Narayanpur -बारिश ने खोली सड़क निर्माण की पोल, गाड़ियों की आवाजाही हुई मुश्किल
नारायणपुर कोंडागांव मार्ग में NH 130 D सड़क निर्माण के दौरान सड़क किनारे खोदी गई सड़क और पुलिया का एप्रोच अचानक हुई बारिश में परेशानी का सबक बन गई है. पानी गिर जाने के कारण पुलिया के लिए बना अप्रोच ओर सड़क कीचड़ से सना हुआ होने के कारण गाड़ियों की आवाजाही में काफी दिक्कतें हो रही हैं. वहीं छोटी हो या बड़ी गाड़ियां कीचड़ में फंस जाने से कई घंटे तक मार्ग बंद हो रहे हैं. प्रतिदिन माइंस की भारी भरकम गाड़ियां उक्त कीचड़ मार्ग से गुजरने से ज्यादा परेशानियां बढ़ गई हैं. सड़क निर्माण के ठेकेदार द्वारा उक्त में अचानक बारिश से हो रहे कीचड़ से हो रही परेशानी को लेकर कोई कारगर कदम उठाया नहीं जा रहा है जिससे आमजन परेशान है।
Narayanpur - ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदूपत्ता तोड़ने का समय बढ़ाने की मांग की
नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में तेंदूपत्ता तोड़ने का समय बढ़ाने की मांग ग्रामीणों द्वारा की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग द्वारा महज दो दिन तेंदूपत्ता तोड़ने का मौका दिया गया, जो पर्याप्त नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि तेंदूपत्ता तोड़ने से उन्हें अच्छी आय होती है लेकिन वन विभाग द्वारा तोड़ाई का काम बंद करा दिए जाने से उन्हें नुकसान हुआ है। ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदूपत्ता तोड़ने का समय बढ़ाने की मांग की है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बिसेल नाग ने ग्रामीणों की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि राज्य सरकार को तेंदूपत्ता तोड़ने का समय बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर समय नहीं बढ़ाया गया तो ग्रामीण आंदोलन करेंगे।
नारायणपुर में माओवादी प्रभावी क्षेत्र में नया कैम्प, सुरक्षा का नया अध्याय
नारायणपुर जिले में 38वीं वाहिनी पुलिस बल द्वारा 15 मई को मॉड क्षेत्र के माओवादी प्रभावी क्षेत्र रायनार में नवीन कैम्प स्थापित किया गया है, जिसका उद्देश्य स्थानीय लोगों के बीच सुरक्षा की भावना उत्पन्न करना, सामुदायिक विकास को बढ़ाना तथा सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न जन कल्याणकारी योजना को स्थानीय जनता के बीच पहुचाना हैं।
Narayanpur: भीषण गर्मी में सूना रहा सुशासन समाधान शिविर
नारायणपुर के बखरुपारा वार्ड में आज सुशासन समाधान शिविर का आयोजन किया गया, लेकिन भीषण गर्मी के कारण वार्डवासियों ने इसमें कम रुचि दिखाई। ज्यादातर विभागीय स्टालों पर अधिकारी खाली बैठे नजर आए। इस बीच जिले के प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा शिविर पहुंचे और स्टालों का निरीक्षण किया। उन्होंने हितग्राहियों को राशन कार्ड सहित अन्य सामग्री वितरित की। मंत्री वर्मा ने बताया कि "मोर द्वार साय सरकार" और सुशासन समाधान शिविर के माध्यम से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की 15 माह की योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाई जा रही है और उनकी समस्याएं भी सुनी जा रही हैं। सरकार का उद्देश्य है कि अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे।
Narayanpur: घटिया सड़क निर्माण से विकास को झटका, PWD ने जांच टीम गठित की
नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलवाद के खात्मे के साथ-साथ अब विकास की रफ्तार तेज करने के लिए सड़कें बनाई जा रही हैं। लेकिन सोनपुर से मरोड़ा मार्ग पर ठेकेदार द्वारा किए जा रहे घटिया निर्माण कार्य ने पुलिस जवानों की मेहनत और शहादत को नजरअंदाज कर दिया है। सोनपुर से धोंडरीबेड़ा तक बनाई गई डामरीकृत सड़क महज छह महीने में ही उखड़ने लगी है। वहीं आगे का निर्माण भी गुणवत्ताहीन बताया जा रहा है। जब इस पर नारायणपुर लोक निर्माण विभाग के अधिकारी से जवाब मांगा गया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। हालांकि, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम गठित कर दी है। अब देखना होगा कि जांच के बाद दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है।
Narayanpur: भगवान नरसिम्हा जयंती पर कुम्हार समाज ने निकाली भव्य शोभायात्रा
नारायणपुर जिले में आज कुम्हार समाज ने भगवान नरसिम्हा की जयंती पर भव्य शोभायात्रा निकाली। यह यात्रा कुम्हार पारा स्थित भगवान नरसिम्हा मंदिर से शुरू हुई। इसमें बड़ी संख्या में समाज के पुरुष, महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हुए। खास बात यह रही कि लगभग 500 महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली, जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी। शोभायात्रा नगर के कई मुख्य मार्गों से होते हुए वापस मंदिर पहुंची। इस दौरान भगवान नरसिम्हा के जयकारों से पूरा शहर गूंज उठा।
नारायणपुर में नाली निर्माण की लापरवाही से जानवरों की जान को खतरा
नारायणपुर जिला मुख्यालय में जय स्तंभ चौक से सुलेंगा गुरिया तक बड़ी नाली का निर्माण लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया गया है। लेकिन निर्माण कार्य में लापरवाही के कारण नाली में कई जगह ढक्कन नहीं लगाए गए हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कई बार बेजुबान जानवर नाली में गिरकर मर चुके हैं।
Narayanpur - बाबा खाटू श्याम की भक्ति संध्या में भक्तों का उमड़ा सैलाब
आहूजा पैलेस में बाबा खाटू श्याम की भक्ति संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया। भक्ति संध्या के दौरान भक्ति गीतों ने समां बांध दिया। भक्ति संध्या में भक्तों ने बाबा खाटू श्याम की भक्ति में डूबकर भजन गाए। भक्ति गीतों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया और समां बांध दिया। भक्ति संध्या के दौरान भंडारे का आयोजन भी किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। भंडारे में स्वादिष्ट व्यंजनों का प्रसाद बांटा गया। भक्तों ने बाबा खाटू श्याम की भक्ति में डूबकर अपनी भावना व्यक्त की। भक्तों का कहना था कि बाबा खाटू श्याम की कृपा से उनके जीवन में सुख और शांति आई है।
Narayanpur - नक्सल दहशत से मुक्ति: गारपा में फिर से शुरू होगा फलों का उद्यान
नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित गारपा के ग्रामीण चार दशकों तक नक्सली दहशत और भय के बीच जीवन जीने को मजबूर थे लेकिन 6 महीने पहले खुले बीएसएफ के कैंप के बाद से इलाके में नक्सल दहशत में कमी आने से ग्रामीण अब भय मुक्त जीवन यापन कर रहे है .चार दशकों से बंद पड़ी उद्यानिकी विभाग के फल उद्यान को शुरू करने की मांग कर रहे है. उद्यान शुरू हो जाने से गारपा के ग्रामीणों को रोजगार मिलने के साथ ही उद्यान से फलदार और उपयोगी पौधे मिलना फिर से शुरू हो जायेगा. गारपा गांव से बने युवा सरपंच सन्नू ने कहा कि नक्सलियों के भय के कारण फलों का उद्यान 90 के दशक में बंद हो गया था, जिसके कारण लोगों का रोजगार उनसे छीन गया था. अब नक्सल दहशत में कमी आई है,यहां हमें सुरक्षित महसूस हो रहा है।
नारायणपुर में तेंदूपत्ता जलाने से लोगों को हो रही है परेशानी
वनमंत्री केदार कश्यप के विधानसभा नारायणपुर जिले में एक बार फिर तेंदूपत्ता जलाए जाने का मामला सामने आया है. इस बार तेंदूपत्ता गोदाम के प्रांगण में भारी मात्रा में तेंदूपत्ता जलाया गया है, जो कि डीएफओ कार्यालय से लगा हुआ है. तेंदूपत्ता गोदाम रिहायशी इलाके में होने के कारण तेंदूपत्ता में लगी आग के तपीश और धुएं से आसपास के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. तेंदूपत्ता के धुएं से लोगों के आंख में जलन और सांस लेने में परेशानी होने की बाते भी सामने आ रही है वही वन विभाग के प्रांगण में तेंदूपत्ता जलाए जाने के मामले में वन विभाग ने चुप्पी साध रखी है. तेंदूपत्ता अगर खराब हो गया था तो उसे कही ओर डिस्पोज किया जा सकता था आग लगाकर जलाने की आवश्यकता क्यों पड़ी. इससे पहले भी सैकड़ों बोरे नाले में फेंका गया ।
Narayanpur - आईडी बम के साथ दो नक्सलियों को आईटीबीपी फोर्स ने पकड़ा
Narayanpur - नक्सलियों की राजधानी कुतुल में हुआ मेला का आयोजन
अबूझमाड़ के जिस कुतुल को एक समय नक्सलियों की अघोषित राजधानी कहा जाता था, वहां अब बदलाव की बयार चल रही है। पहली बार यहां सैकड़ों ग्रामीणों ने बिना किसी डर के सामूहिक रूप से मेला मनाया। गुरुवार रात 7 बजे शुरू हुए इस मेले में ग्रामीणों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर रातभर पारंपरिक नृत्य किया और देवी-देवताओं का आशीर्वाद लिया। शुक्रवार सुबह तक नाच-गाने का सिलसिला जारी रहा। बदलते कुतुल की तस्वीर: मेले में दिखा नया रंग मेले में सुबह होते ही दुकानों पर भीड़ उमड़ पड़ी। पहली बार कुतुल जैसे दूरस्थ गांव में चाऊमीन, मोमोज, बर्फ के गोले और आइसक्रीम जैसे पकवानों की दुकानें सजीं। बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक ने इन स्वादों का भरपूर आनंद लिया।
नक्सल प्रभावित पांगुड में नया सुरक्षा कैम्प, ग्रामीणों में खुशी की लहर
Narayanpur - नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आईपीएल की तर्ज पर एनपीएल का धमाकेदार आयोजन
नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में आईपीएल की तर्ज पर एनपीएल नारायणपुर प्रीमियर लीग का आयोजन क्रीड़ा परिसर मैदान में किया जा रहा है, यह एनपीएल का तीसरा सीजन है. ग्रामीण इलाकों के खिलाड़ियों को मंच देने के उद्देश्य से एनपीएल का आयोजन पिछले तीन सालों से किया जा रहा है. इस बार की टीम में अबूझमाड़ के घोर नक्सल प्रभावित इलाके के खिलाड़ियों का भी ऑक्शन हुआ. जिसमें अबूझमाड़ के ओरछा , कुरुषनार, मुरनार , कुतुल जैसे गांवों के खिलाड़ी एनपीएला के ऑक्शन में बीके. आयोजन समिति के अध्यक्ष पंकज जैन ने बताया कि अबूझमाड़ इलाके में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. खिलाड़ियों को मंच प्रदान करने की जरूरत है, जिसके लिए नारायणपुर प्रीमियर लीग का आयोजन किया जा रहा है. आयोजन को सफल बनाने भिलाई इस्पात संयंत्र का अहम योगदान है ।
अबूझमाड़ में ट्रक दुर्घटना, 28 वर्षीय महिला की मौत
नारायणपुर जिल के अबूझमाड़ इलाके में एक ट्रक में पुल-पुलिया निर्माण हेतु पाईप लोड कर ले जाते समय ग्राम कस्तुरमेटा-2 के ग्रामीणों द्वारा कुतुल से पदमकोट तक जाने के लिए लिफ्ट लिया गया था कि कुतुल बेड़माकोटी के मध्य ढलान पर यह ट्रक अनियंत्रित होकर दुर्घटना ग्रस्त हो गई। इस दुर्घटना में ग्राम कस्तूरमेटा-2 के निवासी श्रीमती जमुनी गोटा उम्र 28 वर्ष की मौके पर ही मृत्यु हो गई। ट्रक के ड्राइवर समेत अन्य तीन ग्रामीणों को मामूली चोट आई। जिन्हें नारायणपुर पुलिस तथा आईटीबीपी सुरक्षा बलों के द्वारा प्राइवेट वाहन से कुतुल कैंम्प में लाकर प्राथमिक उपचार देकर आईटीबीपी के एम्बुलेंस के माध्यम से बेहत्तर उपचार हेतु जिला अस्पताल नारायणपुर रवाना किया गया।
Narayanpur - तेज आंधी तूफान ने मचाया जिले में बीती रात भारी उत्पात , कई विद्युत पोल घरों की छत सहित पेड़ हुए धराशाई
नारायणपुर जिले में बीती रात तेज आंधी तूफान के कारण गांव से लेकर शहर तक में भारी नुकसान हुआ है, वहीं नारायणपुर ओरछा मार्ग में मुंडपाल के पास तेज आंधी-तूफान के कारण बीच सड़क में पेड़ गिर जाने के कारण यातायात व्यवस्था भी बाधित हो गई है. बीती रात आंधी-तूफान के कारण कई पेड़ धराशाई हुए हैं, कई घरों की छत उड़ गई है, दुकानों के टीन शेड तक उड़ गए हैं. कई जगहों पर विद्युत पोल के ऊपर पेड़ गिर जाने के कारण बीती रात से कई इलाके में विद्युत व्यवस्था ठप्प पड़ी हुई है, बीती रात तेज आंधी-तूफान ने जिले में भारी उत्पात मचाया है ।
नगर के सौंदर्यीकरण को लेकर भरी धूप में पार्षदों ने किया नगर भ्रमण
नारायणपुर नगर पालिका की सत्ता में 25 साल बाद वापसी करने वाली भाजपा नगर की साफ सफाई और सुंदर नगर बनाने के उद्देश्य को लेकर आज भाजपा के पार्षदगण नगर पालिका उपाध्यक्ष जय प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में चिलचिलाती धूप और इस भरी गर्मी के बीच नगर भ्रमण पर निकले. नगर के चौक चौराहे को व्यवस्थित करने के लिए पार्षदों और उपाध्यक्ष ने दुकानदारों से साफ सफाई रखने के साथ ही अवैध निर्माण को हटाने की अपील की ।
नारायणपुर में करोड़ों का तेंदूपत्ता जलाया जा रहा है
नारायणपुर जिले में हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता को वन विभाग के तेंदूपत्ता गोदाम के प्रांगण में जलाया जा रहा है. करोड़ों रुपए की लागत से खरीदे गए तेंदूपत्ता को इस तरह जलाया जाना कई सवाल खड़े कर रहा है. उक्त तेंदूपत्ता को ठेकेदार को बेचे जाने की बात कही जा रही है. जब ठेकेदार द्वारा तेंदूपत्ता खरीदा गया था तो उक्त तेंदूपत्ता को ठेकेदार द्वारा क्यों जलाया जा रहा है, यह एक बड़ा सवाल है. क्या तेंदूपत्ता खराब हो जाने पर करोड़ों रुपए का नुकसान ठेकेदार चलेगा या फिर उक्त तेंदू पत्ता का करोड़ों रुपए का बीमा हुआ हो और बीमा की राशि लेने के लिए तेंदूपत्ता को जलाया जा रहा है।
नक्सलियों से मुठभेड़ में पुलिस ने बरामद किया 6 लाख का सामान
नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके में नक्सलियों की कंपनी नंबर एक के साथ पुलिस पार्टी की मुठभेड़ हुई , मुठभेड़ लगभग 2 घंटे तक चली मुठभेड़ में पुलिस पार्टी को भारी पड़ता देख नक्सली घटना स्थल से भाग खड़े हुए घटनास्थल की सर्चिंग करने के बाद पुलिस को भारी मात्रा में नक्सलियों के समान मिले हैं जिसमें लेपटॉप वॉकी-टॉकी नक्सली वर्दी वायर टिफिन बम के साथ-साथ नगर लगभग 6 लख रुपए की राशि भी बरामद की गई है।
Narayanpur - यात्री बस अनियंत्रित होकर पलटी , 17 लोग घायल, 2 की हालत गंभीर
नारायणपुर ओरछा मार्ग में बस्तर ट्रेवल्स की बस यात्रियों को लेकर तेज रफ्तार में ओरछा जा रही थी कि गढ़बेंगाल के पास बस अनियंत्रित होकर पलट गई. बस पलटने से बस में बैठे 17 यात्रियों को चोट आ,ई जिसमें दो यात्रियों की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है. घायलों को संजीवनी 108 की मदद से जिला अस्पताल लाया गया, जहां पर महज दो डाक्टरों द्वारा घायलों का इलाज किया जा रहा था. वहीं एक्सरे मशीन की एक्स-रे काॅपी नहीं होने से घायलों को एक्स-रे कराने के लिए अस्पताल में इधर से उधर भटकना पड़ा. वही कुछ मरीजों को जमीन पर ही इलाज किया जा रहा था , जिला अस्पताल की कमियों के बारे में स्टाफ कुछ भी बोलने को तैयार नहीं ।