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महराजगंज के मदरसे में नियुक्ति के नाम पर लाखों की वसूली, प्रबंधक का वीडियो वायरल
Nichlaul, Uttar Pradesh:
महराजगंज जिले से एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। निचलौल क्षेत्र के मदरसा अरबिया अजीजिया मजहरूल उलूम में नियुक्ति के नाम पर लाखों रुपये की वसूली का एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस वायरल वीडियो में मदरसे के प्रबंधक आबिद अली एक व्यक्ति से पैसों की मांग करते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में आबिद अली साफ तौर पर कहते दिख रहे हैं कि “5 लाख में नौकरी नहीं होती, 30-35 लाख रुपये लगते हैं।” पीड़ित व्यक्ति का आरोप है कि उससे 17 लाख 45 हजार रुपये की भारी रकम वसूली गई, लेकिन उसे अब तक नौकरी नहीं मिली।
इस पूरे मामले में पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई है और अब इस वायरल वीडियो की जांच कर चल राही है। सवाल ये उठता है कि क्या मदरसा प्रबंधन भ्रष्टाचार में लिप्त है क्या
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आलमगीर अली ने मदरसा शिक्षा घोटाले का किया खुलासा, डीएम को सौंपा शिकायती पत्र
Nichlaul, Uttar Pradesh:
महराजगंज, समाजसेवी आलमगीर अली ने जिले सहित कुशीनगर और गोरखपुर के मदरसों में चल रही फर्जी नियुक्तियों, सरकारी धन की लूट और विभागीय मिलीभगत के खिलाफ जिलाधिकारी को शिकायत पत्र सौंपा है।
उन्होंने मदरसा अरबिया मजहरूल उलूम, निचलौल का उल्लेख करते हुए आरोप लगाया कि जुल्फेकार सिद्दीकी, आबिद अली उर्फ गुरु और मोहम्मद मेराज लारी जैसे प्रभावशाली लोग अपने रिश्तेदारों — अथर अली, इम्तेयाज, किस्मत, मन्नान और अफजल — को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्त कर करोड़ों रुपये हड़प रहे हैं।
बायोमैट्रिक हेराफेरी और आर्टिफिशियल फिंगरप्रिंट से हाजिरी दर्ज कराने की बात भी सामने आई है। शिकायत में मदरसा परिषद के विशेष सचिव और DMO की संदिग्ध भूमिका का भी ज़िक्र किया गया है।
डीएमओ ने हलफनामे की पुष्टि करते हुए निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया
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मदरसे में नौकरी के नाम पर ठगी, प्रबंधक और सहयोगियों पर गंभीर आरोप
Nichlaul, Uttar Pradesh:
निचलौल क्षेत्र स्थित मदरसा अरबिया अजीजिया मजहरुल उलूम से जुड़ा एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें संविदा पर तैनात एक शिक्षक से नौकरी पक्की कराने के नाम पर ₹1,74,500 की ठगी किए जाने का मामला उजागर हुआ है।
आरोप है कि मदरसे के प्रबंधक आबिद अली समेत खालिद, जुल्फिकार और जमशेद नाम के अन्य लोगों ने वर्ष 2010 में संविदा शिक्षक खुर्शीद से यह रकम यह कहकर वसूली कि उसकी नौकरी स्थायी कर दी जाएगी। लेकिन पैसे लेने के बावजूद न तो उसकी नौकरी पक्की की गई और न ही पैसे वापस किए गए।
पीड़ित शिक्षक खुर्शीद ने पहले काफी समय तक प्रबंधन के चक्कर लगाए, लेकिन जब कोई समाधान नहीं निकला, तो कानून का सहारा लिया। समाज और लोगों के दबाव के बाद आरोपी प्रबंधक आबिद अली ने ₹70,000 वापस लौटाया
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अब लोगों को नहीं लुभा रहा ‘दरजानिया ताल’, बदहाली पर बहा रहा आंसू
Nichlaul, Uttar Pradesh:
कभी हजारों की भीड़ जुटाने वाला दर्जीनिया ताल अब उपेक्षा का शिकार, प्रशासन की लापरवाही से बिगड़ी हालत
एक समय था जब महाराजगंज जिले के निचलौल थाना व तहसील क्षेत्र स्थित दरजानिया ताल की रौनक देखते ही बनती थी।
यह तालाब सिर्फ पानी का स्रोत ही नहीं, बल्कि लोगों के आकर्षण और मेल-जोल का भी प्रमुख केंद्र हुआ करता था। दिल्ली और दूर-दराज से लोग यहां सैर-सपाटा करने आते थे।दर्जीनिया ताल की चर्चा हर किसी की जुबान पर हुआ करती थी।लेकिन वक्त के साथ सब कुछ बदल गया।
आज वही दर्जीनिया ताल अपनी बदहाली का रोना रो रहा ह
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बारिश की कमी बनी किसानों की परेशानी सूखने लगे खेत सिंचाई के लिए पंपिंग सेट बना सहारा बढ़ा डीजल का बोझ
Nichlaul, Uttar Pradesh:
निचलौल (महराजगंज)।
जिले में इस बार मानसून की बेरुखी किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बनकर सामने आई है। लगातार बारिश न होने की वजह से खेत सूखने लगे हैं, जिससे धान की फसल को बचाना मुश्किल हो रहा है। किसान मजबूरी में पंपिंग सेट से सिंचाई करने को विवश हैं।
निचलौल तहसील क्षेत्र के किसान इन दिनों खेतों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लेकिन एक ओर जहां नहरों में पानी नहीं है, वहीं दूसरी ओर लगातार धूप और बारिश की कमी ने खेतों की नमी को सोख लिया है। इससे धान की रोपाई कर चुके किसानों को अब पंपसेट से सिंचाई करनी पड़ रही है।
निचलौल नगर के घोड़हवां वार्ड निवासी किसान मंगरू ने बताया कि "शुरुआत में थोड़ी बहुत बारिश से कुछ राहत मिली थी, लेकिन उसके बाद से मौसम ने साथ छोड़ दिया। तेज धूप और पानी की कमी से खेत सूख रहे हैं
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