Jan 17, 2025, 11:19 AM IST

शहीद चन्द्रशेखर आजाद की बचपन की यादों को संजोए हुए है यूपी का ये जिला

Kamesh Dwivedi

भारत देश को आजाद कराने में भारतवासियों ने अपने जान की भी परवाह नहीं की और अंग्रेजों को भारत से हमेशा के लिए भगा दिया.

जिसका परिणाम ये रहा कि भारत देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ. 

चन्द्रशेखर आजाद ने भी अपने प्राणों की आहुति स्वतंत्रता आंदोलन में देकर अमर हो गए. आज हम आपको इनसे जुड़े इतिहास को आपसे साझा करेंगे.

उत्तर प्रदेश राज्य के उन्नाव जिले का बदरका गांव, जो कई सालों से चन्द्रशेखर आजाद का जन्मदिवस मनाता आ रहा है. 

स्थानीय लोग बताते हैं कि बदरका गांव आजाद का ननिहाल है, इनकी माता यहीं की रहने वाली थी.

आजाद का जन्म उनके ननिहाल में ही 7 जनवरी 1906 को हुआ था, और उनका बचपन भी इसी गांव बदरका में बीता.

बदरका गांव में जहां आजाद का जन्म हुआ था उसे आजाद कुटिया नाम से बनवाया गया है.

इसी स्थल पर चंद्रशेखर आजाद और उनकी माता जगरानी देवी की मूर्ति भी स्थापित की गई है, जो लोगों के लिए प्रेरणा का काम करता है.