Jan 19, 2025, 05:09 PM IST

 महर्षि वाल्मिकी ने इस जगह पर की थी महाकाव्य 'रामायण' की रचना, जगह का नाम जान चौंक जाएंगे आप!

Kamesh Dwivedi

उत्तर प्रदेश का उन्नाव जिला ऐतिहासिक और  साहित्यिक धरती के रूप में जाना जाता है. 

इस जिले के कई ऐतिहासिक संदर्भ हैं. लेकिन पौराणिक मान्यताओं के आधार पर कहा जाता है कि, इसी जगह पर महर्षि वाल्मिकी ने रामायण की रचनी की थी.

कहा जाता है कि उन्नाव के गंगा तट के परियर नाम के जगह पर ही बैठकर महर्षि वाल्मिकी ने महाकाव्य रामायण की रचना की थी.

एक और मान्यता बताई जाती है कि लव-कुश ने इसी जगह पर राम की सेना को परास्त किया था.

यह घटना उस समय की बताई जाती है, जब लव-कुश ने अश्वमेध घोड़े को पकड़ लिया था. तो अनजान वस भगवान राम ने घोड़ा छुड़ाने के लिए सैनिक भेजा था.

उन्नाव की इसी धरती के बांगरमऊ ब्लॉक के नेवल जगटापुर गांव में गौतम बुद्ध ने कुछ साल बिताए थे.

इस जिले के बांगरमऊ जगह की चर्चा ह्वेन सांग ने अपने यात्रा वृतांत साहित्य में भी किया है. 

इस धरती को कलम की धरती नाम से जाना जाता है, क्योंकि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला आदि के लिए ये जिला जाना जाता है.