महाभारत के इतिहास को समाए हुए है सीतापुर का ये ऐतिहासिक मंदिर
Kamesh Dwivedi
उत्तर प्रदेश राज्य में कई ऐतिहासिक धार्मिक स्थल है, जिनके इतिहास लोगों को हैरान कर देते हैं.
यूपी के सीतापुर जिले के हरगांव कस्बे से मात्र डेढ़ किलोमीटर पर परसेहरा शरीफपुर गांव स्थित हैं, जहां पर ये ऐतिहासिक मंदिर है.
इस मंदिर का नाम शन्नो देवी मंदिर है, जिसका इतिहास महाभारत के समय का बताया जाता है.
कहा जाता है इस गांव का प्राचीन नाम पांडवसर था. धीरे-धीरे इसका नाम बदलकर परसेहरा हो गया.
महाभारत में जब पांडवों को 12 साल का वनवास और 1 साल का अज्ञातवास मिला था, तब 1 साल का अज्ञातवास पांडवों ने इसी हरगांव में बिताया था. जिसे लोग राजा विराट की नगरी कही जाती है.
शन्नो देवी मंदिर के नजदीक एक शमी का वृक्ष है. कहा जाता है कि इसी वृक्ष पर पांडवों ने अपने अस्त्र-शस्त्रों को अज्ञातवास के दौरान रख दिया था.
पांडव अपना राज पाठ पाने के लिए प्रतिदिन इसी मंदिर की पूजा करते थे.
कहते हैं कि द्रौपदी विराट नगर की रानी के साथ प्रतिदिन यहां आती था. तब से ही इस मंदिर की पूजा जाता है.