Jan 21, 2025, 11:55 AM IST

प्रयागराज से मात्र कुछ घंटों की दूरी तय कर आप पहुंच सकते हैं महादेव की नगरी काशी, जानें क्या है इसका महत्व

Kamesh Dwivedi

कुंभनगरी प्रयागराज से 120 किलोमीटर की दूरी तय करके के बाद आप वाराणसी पहुंच सकते हैं.

वाराणसी को महादेव की नगरी काशी नाम से जाना जाता है. इस शहर के बारे में कहा जाता है कि ये भगवान शंकर के त्रिशूल पर बसा हुआ है.

ये जगह अपने आप में बहुत महान है. इस जगह को धार्मिक, ऐतिहासिक और साहित्यिक रूप में उत्कृष्ठ माना जाता है.

बनारस में गंगा किनारे कुल 88 घाटों को बनाया गया है. जिसमें अस्सी घाट और मणिकर्णिका घाट सबसे खास माना जाता है.

अस्सी घाट एक ऐसा घाट है, जहां बॉलीवुड की तमाम फिल्मों की शूटिंग हुई है.

काशी शहर अपने खान-पान के लिए बहुत मशहूर है. यहां की मलइय्यो, कचौड़ी, और पान विश्वभर में प्रसिद्ध माने जाते हैं.

वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर 12 ज्योर्तिलिंगों में एक है, जहां भक्तों का तांता लगा करता है.

बनारस के अस्सी घाट की गंगा आरती विश्व भर में चर्चित है, यह आरती देखने के लिए दूर-दराज से लोग आते हैं. 

बनारस शहर को गलियों का शहर भी कहा जाता है, क्योंकि यहां गलियां आपको बहुत मिलेंगी.