प्रयागराज का यमुना सेतु धर्म और आधुनिकता का है संगम!
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उत्तर प्रदेश का प्रयागराज जिला न सिर्फ ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बल्कि सदियों से धर्म और आस्था का केन्द्र रहा है.
यहां पर कई ऐसे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल हैं जो प्रयागराज संगम को एक नई पहचान दिलाते हैं.
इन्हीं में से एक यमुना सेतु है जो अपनी उत्कृष्ट वास्तुकला के लिए जाना जाता है. प्रात:काल और शाम के समय इस ब्रिज का बहुत ही मनोरम दृश्य होता है.
यह भारत के सबसे लम्बे केबल पुलों में से एक है, जिसे नैनी ब्रिज के नाम से जाना जाता है.
यह पुल नैनी को प्रयागराज से जोड़ता है, जो यमुना के दक्षिण दिशा मे स्थित है.
इसका निर्माण 2004 में कराया गया था, ताकि पुराने नैनी ब्रिज से आवागमन को सुगम बनाता है. यमुना सेतु भारत में आधुनिक डिजाइन और संरचना में बना, पहला छ:लेन वाला पुल है.
यह पुल राष्ट्रीय राजमार्ग-27 और प्रयागराज के बीच रोड लिंक के रूप में जोड़े रखता है. जो प्रयागराज आने वाले पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है.
यहां पर त्यौैहारों के मौकों पर आक्सर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है. इस पुल से शहर का शांत और मनमोहक नजारा देखने में काफी आकर्षक होता है.