नागा साधु ही क्यों करते हैं पहला शाही स्नान? जानें क्या है इसका पौराणिक रहस्य
Kamesh Dwivedi
बस कुछ दिनों में प्रयागराज के संगम क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन होने जा रहा है, जिसमें कई करोड़ की जनता पधारने वाली है.
यहां पर जनवरी के पहले दिन से ही संत-महात्माओं और अखाड़ों का आगमन होने लगा है.
इस महाकुंभ में शाही स्नान की बड़ी महत्ता है, जिसमें पहला शाही स्नान नागा साधु करते हैं.
आइए जानते हैं कि आखिर पहला शाही स्नान नागा साधु ही क्यों करते हैं? आखिर क्या है इसके पीछे की वजह.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि नागा साधु भगवान शिव के अनुयायी है, इसलिए महादेव की तपस्या और साधना के कारण इन्हें ही शाही स्नान का पहला अधिकारी माना जाता है.
माना जाता है कि प्राचीन समय में नागा साधु क्षत्रिय धर्म निभाते थे और धार्मिक स्थलों की रक्षा करते थे, इसलिए भी ये शाही स्नान करने के पहले अधिकारी हैं.
कहा जाता है कि नागा साधुओं के पहले स्नान करने से आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है.
नागा साधुओं की त्याग और तपस्या भी एक वजह है, क्योंकि ये कपड़े नहीं पहनते और शरीर को केवल भस्म से ही ढकते हैं.