Jan 23, 2025, 06:51 AM IST

कुंभनगरी प्रयागराज का उल्टा किला है रहस्यों की दुनिया, इसकी कहानी जान दंग रह जाएंगे आप!

Kamesh Dwivedi

प्रयागराज इस समय पूरी दुनिया का केंद्र बना हुआ है, क्योंकि यहां 144 सालों बाद महाकुंभ का आयोजन हो रहा है.

लोग प्रयागराज को बहुत करीब से जानने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि ये धरती धार्मिक और ऐतिहासिक मामले में बहुत संपन्न मानी जाती है.

आइए जानते हैं आज प्रयागराज के एक किले के बारे में, जिसे उल्टा किला नाम से जाना जाता है.

यह किला प्रयागराज के प्रतिष्ठानपुरी झूंसी के गंगा तट पर स्थित है. इस जगह पर आज भी पुरातत्व विभाग कई शोध कर रहे हैं.

इस उल्टे किला का ज्यादातर हिस्सा मिट्टी में दबा हुआ है. यहां हनुमान मंदिर, समुद्र कूप, आदि कई मंदिर स्थित हैं.

इसके उल्टे होने का कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं मिलता है, लेकिन इसके पीछे एक कहानी प्रचलित बताई जाती है.

कहा जाता है कि यहां एक राजा हरिबोंग हुआ करते थे जिनेक सभी फैसले उल्टे होते थे. एकबार यहीं पर बड़े महात्मा गोरखनाथ और मत्स्येंद्रनाथ पहुंचे.

इन महात्माओं के स्वागत में भी हरिबोंग राजा ने गलतियां कर दी, इससे नाराज होकर महात्मा ने श्राप दे दिया. इनेक श्राप के कारण ही यह किला पूरा पलट गया.

कहा जाता है कि यहां जो समुद्र कूप कुंआ स्थित है इसका निर्माण समद्रगुप्त ने करवाया था.