Jan 3, 2025, 05:30 PM IST

जानें महाकुंभ 2025 के मुख्य स्नानों की तिथि और उनके महत्व

Kamesh Dwivedi

महाकुंभ 2025 का जल्द ही प्रयागराज में शुभारंभ होने वाला है, और करोड़ों तीर्थयात्री यहां पहुंचने वाले हैं.

इस वजह से वहां कई तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं. आज हम आपको वहां के मुख्य स्नानों के बारे में बताएंगे.

पौष पूर्णिमा 13 जनवरी 2025 को स्नान है, जो पहला शाही स्नान होगा जिसे अब अमृत स्नान कहा जाएगा. इसी दिन से कल्पवासी औपचारिक रूप से मेला की शुरूआत करते हैं.

मकर संक्रांति 14 जनवरी को मकर संक्रांति का स्नान होगा, जिसे लोग खिचड़ी के त्यौहार के रूप में भी मनाते हैं. 

मौनी अमावस्या 29 जनवरी को अमृत स्नान है, जो तीसरा मुख्य स्नान है.

बसंत पंचमी 03 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी का स्नान है, जिसका महत्व बहुत है.

माघी पूर्णिमा 12 फरवरी को ये स्नान है, जो पूर्णिमा का स्नान है. इस दिन तीर्थयात्रियों का भीड़ देखने लायक होती है.

महाशिवरात्रि 26 फरवरी को इस महाकुंभ का आखिरी स्नान होगा, जो मेले का अंत भी है.