महाकुंभ में जा रहे हैं, तो प्रयागराज धरती के इन 6 धार्मिक स्थल पर जरूर जाएं
Kamesh Dwivedi
प्रयागराज में लगने वाला ये महाकुंभ 144 सालों बाद आयोजित हो रहा है. जिसे देखने के लिए कई सालों से लालायित थे.
शास्त्रों के अनुसार इस अमृत योग में लोग पुण्य कमाने के लिए महाकुंभ की धरती जा रहे हैं.
अगर आप भी प्रयागराज जाने का मन बना रहे हैं तो इन धार्मिक स्थलों पर जरूर जाएं, क्योंकि इसकी मान्यता पुराणों में भी है.
अक्षयवट
यह बरगद का एक विशालकाय वृक्ष है जो संगम पर अकबर किले में मौजूद है. कहा जाता है कि वनवास के समय राम, सीता, लक्ष्मण ने यहीं पर आराम किया था.
लेटे हुए हनुमान जी
संगम के पास 20 फुट की लेटे हुए हनुमान जी की मूर्ति स्थापित है जो जमीन से 6-7 फीट नीचे है. इसकी प्रयागराज में बहुत मान्यता है.
सरस्वती कुआं
सरस्वती कूप कुआं एक पवित्र कुआं माना जाता है. ये कुआं अकबर किले के अंदर स्थित है.
पातालपुरी मंदिर
ये मंदिर अक्षयवट के पास मौजूद है. यह मंदिर सबसे पुराने मंदिरों में से एक है. इसका इतिहास वैदिक काल से जुड़ा हुआ है.
मनकामेश्वर मंदिर
यमुना तट पर मिंटो पार्क के पास स्थित इस मंदिर में शिवलिंग, गणेश और नंदी की मूर्तियां स्थापित है. इस मंदिर में सावन के समय भक्तों की भीड़ लगी रहती है.
वेणी माधव मंदिर
भगवान माधव को प्रयागराज का नगर देवता माना जाता है. 12 माधवों में एक माधव दारागंज में स्थित है. इसकी बहुत मान्यता है.