Jan 19, 2025, 05:45 PM IST
कुंभनगरी प्रयागराज की धरती पर हिन्दी की चमक बिखरने के लिए जाना जाता है इन्हें
Kamesh Dwivedi
महाकुंभ नगरी प्रयागराज में अपनी शिक्षा को धार देने वाली महादेवी वर्मा, जिन्हें हिन्दी साहित्य में छायावाद युग के चार स्तंभों में से एक माना जाता है.
महादेवी वर्मा एक शानदार कवियित्रियों में भी शुमार किया जाता है. इन्होंने हिन्दी की खूब सेवा की है.
आइए जानते हैं इनकी पांच किताबें जो हमें एकबार जरूर पढ़नी चाहिए...
गिल्लू यह महादेवी वर्मा की एक लिखी हुई कहानी है. इस कहानी में एक गिलहरी का मानव के प्रति प्रेम भाव को दर्शाया गया है.
मेरा परिवार यह एक संस्मरण है, जिसमें पालतू पशुओं के संस्मरण लिखे हुए हैं.
पथ के साथी इसमें लेखिका ने समकालीन रचनाकारों का चित्रण किया है. इसके माध्यम से आप उन्हें करीब से जान सकते हैं.
ठाकुर जी भोले हैं यह एक बाल संकलन है, जिसमें उन्होंने बाल कविताओं का जिक्र किया है.
अतीत के चलचित्र महादेवी वर्मा रचित ये एक रेखाचित्र है, जिसे आपको पढ़ना चाहिए.
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