कुंभनगरी प्रयागराज में आकर करें इन 7 मंदिरों के दर्शन, जिनका शास्त्रों में है नाम
Kamesh Dwivedi
जनवरी 2025 से प्रयागराज जिले में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है. जहां 40 करोड़ की जनता आने वाली है.
इस जगह में कई धार्मिक स्थल मौजूद है. आज जानेंगे प्रयागराज के 7 मंदिर जहां आपको जरूर जाना चाहिए.
वेणी माधव मंदिर
कहा जाता है कि प्रयागराज की रक्षा करने के लिए विष्णु भगवान से प्रार्थना करने पर ब्रम्हा जी ने इस जगह की स्थापना की. ये जगह दारागंज में स्थित है.
नागवासुकी मंदिर
इस मंदिर में नाग राज वासुकी स्थापित है. कहा जाता है कि इस मंदिर के दर्शन करने से आपकी सारी मान्यता पूरी हो जाती है.
लेटे हनुमान मंदिर
संगम तट पर अकबर किले के समीप स्थित है ये लेटे हनुमान मंदिर. कहा जाता है पूरे भारत में लेटे हुए हनुमान जी की मूर्ति कही नहीं है.
अक्षयवट
मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि ये बरगद का पेड़ चार युगों से है और यहीं पर भगवान राम, लक्ष्मण, सीता ने वनवास के दोरान विश्राम किया था.
अलोपशंकरी देवी मंदिर
51 शक्तिपीठों में शामिल है ये अलोपी देवी का मंदिर. कहा जाता है कि जब देवी सती के जलते हुए शरीर को महादेव ले जा रहे थे तभी उनका एक हिस्सा इस जगह पर गिरा था. नवरात्रि में इस जगह पर भक्तों की भीड़ लगी होती है. ये अलोपी बाग में स्थित है.
मनकामेश्वर महादेव मंदिर
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. सावन में यहां शिव भक्तों का तांता लग जाता है. यहां आने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. यह अरैल घाट के समीप स्थित है.
आदि शंकर विमान मंडपम
संगम के नजदीक स्थित ये जगह लोगों की आंखों का तारा बना हुआ है. इसकी नक्काशी के विदेशी भी दीवाने है. यहां 11000 शिवलिंग को बनाया गया है.