Jan 21, 2025, 10:49 AM IST
अपनाएं इन तरीकों को, जिससे मेला क्षेत्र के टेंटों में नहीं लगेगी आग
Kamesh Dwivedi
प्रयागराज में पूरी दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन महाकुंभ हो रहा है. यह महाकुंभ 45 दिनों का लगाया गया है.
इस मेला क्षेत्र में कल्पवासी भी आते हैं और 40-45 दिन चलने वाले इस महाकुंभ में रहते हैं.
ये कल्पवासी रहने के लिए कपड़े से बने टेंट का मे रहते हैं, और उसी में वो अपनी पूरी गृहस्थी का सामान रखते हैं.
गृहस्थी में प्रयोग आने वाले गैस सिलेंडर, चूल्हा, बर्तन आदि सब कुछ उसी टेंट में कल्पवासी रखते हैं, जिससे कभी-कभी आग लगने वाली समस्या आ जाती है.
अभी हाल ही में महाकुंभ में सिलेंडर फटने से आग लगने की खबर आई थी, जिसमें कुछ टेंटों की जलने की सूचना मिली थी. इन तरीकों से आप इससे बच सकते हैं.
कल्पवासी या तीर्थयात्री मेला कैंप में ब्लोअर, हीटर, इमर्सन रॉड का प्रयोग ना करें, जिससे आग लगने की संभावना हो.
खाना बनाने के बाद हमेशा गैस सिलेंडर को मेन रेगुलेटर से बंद कर दें.
कैंपों में कपड़े वगैरह इस्त्री करने के लिए ऑयरन का उपयोग ना करें, कई बार इससे भी आग लगने की संभावना होती है.
सावधानी के लिए आप अपने कैंप के बिल्कुल नजदीक पानी जरूर रखें, जरा सी भी लापरवाही होने पर उससे निपटने में सहायता मिलेगी.
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