टेराकोटा एक विशेष प्रकार की चीनी मिट्टी शिल्प है. मुख्यत: इस मिट्टी का प्रयोग मूर्तियों और विशेष प्रकार के बर्तन बनाने के लिए किया जाता है.
टेराकोटा को आमतौर पर इसके प्राकृतिक रंगों, अलंकरण आदि को बढ़ावा देने के लिए, अन्य शिल्पों से अलग माना जाता है.
इन उद्योगों के लिए जिस कच्चे माल का प्रयोग किया जाता है, वो एक खास तरह की मिट्टी है जो स्थानीय रूप से गोरखपुर जिले में मिलती है.
यहां खास तरह की मिट्टी होने की वजह से यह 200 से ज्यादा घरों के रोजगार का जरिया बनी हुई है.
यहां के बने बर्तन, मूर्तियां और खास तरह के सामान देश- विदेशों में भी फेमस है.
गोरखपुर के टेराकोटा को GI टैग भी मिला हुआ है, जिसकी वजह से इस तरह के टेराकोटा के समानो को कोई और नहीं बना सकता है, अर्थात् गोरखपुर को इसका एकाधिकार है.
गोरखपुर घूमने के बाद आप देखेगें कि यहां पर जगह- जगह पर टेराकोटा मिट्टी के बर्तन नजर आएंगे, जिन्हे देखने के बाद आपका मन मोहित हो जाएगा.
अगर आप भी गोरखपुर जा रहे हैं तो एक बार टेराकोटा से बने समानों को विजिट जरूर करें.