Jan 3, 2025, 01:16 PM IST

"तुझे ऐ जिंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं..." पढ़िए फिराक गोरखपुरी के खूबसूरत शेर

Kamesh Dwivedi

फिराक गोरखपुरी का जन्म गोरखपुर जिले में हुआ था, जो उर्दू भाषा के प्रसिद्ध रचनाकार रहे हैं. 

आइए पढ़ते हैं आज फिराक गोरखपुरी के खूबसूरत शेर...

एक मुद्दत से तिरी याद भी आई न हमें, और हम भूल गए हों तुझे ऐसा भी नहीं

बहुत पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं, तुझे ऐ जिंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं

कोई समझे तो एक बात कहूं, इश्क तौफीक है गुनाह नहीं

हम से क्या हो सका मोहब्बत में, खैर तुम ने तो बेवफाई की

सुनते हैं इश्क नाम के गुजरे हैं इक बुज़ुर्ग, हम लोग भी फकीर उसी सिलसिले के हैं

कौन ये ले रहा है अंगड़ाई, आसमानों को नींद आती है

इसी खंडर में कहीं कुछ दिए हैं टूटे हुए, इन्हीं से काम चलाओ बड़ी उदास है रात