Jan 15, 2025, 04:50 PM IST

भगवान बुद्ध की नगरी कही जाती है गोंडा से कुछ घंटों की दूरी पर बसी ये जगह, जिसकी खूबसूरती के आप 

Kamesh Dwivedi

गोंडा जिला से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर एक जगह स्थित है, जिसे भगवान बुद्ध की नगरी कही जाती है.

इस जगह का नाम है श्रावस्ती, जो प्राचीन भारत में कोशल प्रदेश की दूसरी राजधानी थी. भगवान बुद्ध ने यहां पर कई साल व्यतीत किए थे.

श्रावस्ती एक जिला है, जो राप्ती नदी के किनारे स्थित है. महात्मा बुद्ध के पवित्र तीर्थस्थलों में शुमार है. 

पुराणों के अनुसार श्रावस्ती को भगवान राम के पुत्र लव ने अपनी राजधानी बनाया था.

श्रावस्ती जिला बौद्ध और जैन के लिए प्रसिद्ध है. यहां के मठ विदेशों जैसे हैं. इस जगह के बारे में कहा जाता है कि यहां बुद्ध और महावीर के कई अवशेषों का पाया गया है.

महात्मा बुद्ध ने अपना ज्यादातर मठ में जीवन श्रावस्ती में ही बिताया था. इनके चमत्कार के लिए आठ स्थल प्रसिद्ध है, जिसे अट्टा महाथानानी के रूप में जाना जाता है.

यह जगह सिर्फ बौद्ध के लिए ही नहीं बल्कि जैन धर्म के अनुयायियों के लिए भी जाना जाता है.

यहां स्थित शोभनाथ मंदिर को जैन धर्म के तीर्थंकर संभवनाथ की जन्मस्थली माना जाता है.