Jan 6, 2025, 10:16 AM IST

अमेठी की धरती पर जन्में मनोज मुंतशिर की दिल छू जाने वाली शायरियां

Kamesh Dwivedi

हमेशा चर्चा में रहने वाले मनोज मुंतशिर जिनका जन्म अमेठी के गौरीगंज इलाके में हुआ

मनोज मुतंशिर का पूरा नाम मनोज शुक्ला है, जो एक जाने माने कवि, कहानीकार और गीतकार हैं

आइए आज पढ़ते हैं आज मनोज मुतंशिर की प्रसिद्ध शायरियां, जो आपके दिल को छू जाएगी

खींच ले जाती है मुझको तेरे ही घर की तरफ, शहर की सारी सड़कें जैसे पागल हो गई

कई रातों का मैं जागा हुआ था, जरा मौका मिला तो सो गया हूँ, जो बाकी रह गए वो काम कर लूं, मोहब्बत से तो फारिग हो गया

ये दुनिया साफ दिखने लगेगी ये दुनिया, ऐनक आंखो से उतर जाएगी, किसी बच्चे को खेलते देखो, आंखो की रोशनी बढ़ जाएगी

साफ दिखने लगेगी ये दुनिया, ऐनक आंखो से उतर जाएगी, किसी बच्चे को खेलते देखो, आंखो की रोशनी बढ़ जाएगी

तू किसी की भी रहे, तेरी याद मेरी है. अमीर हूं मैं, कि ये जयदाद मेरी है

सवाल एक छोटा सा था जिसके पीछे ये पूरी जिंदगी बर्बाद कर ली, भुलाऊं किस तरह वो दोनों आंखें, किताबों की तरह जो याद कर ली