Jan 8, 2025, 09:52 AM IST

तुर्क, मुगल और अंग्रेजी शासक भी नहीं दबा पाए यूपी का ये जिला, जानें इसका अमर इतिहास

Kamesh Dwivedi

उत्तर प्रदेश एक ऐसा राज्य है, जिसका प्रत्येक शहर और गांव का शानदार इतिहास है.

ऐसा ही है एक यूपी का जिला, जिसके नाम को कोई दबा नहीं पाया और वो आज भी हमारे सामने अपने इतिहास को समेटे खड़ा है.

वो जिला है अमेठी, जिसका इतिहास कहा जाता है 2600 साल पुराना है. इसकी स्थापना राजा सोढ़ देव ने 966 ई. में की थी और शुरू में अमेठी को रियासत के रूप में जाना जाता था. 

इस रियासत को राजा ने तुर्कों के आक्रमणों के दौरान बसाया था.

तुर्क, मुगल और अंग्रेजों ने कई बार इसपर हमला किया और इस रियासत को अपने में विलय करना चाहा, परंतु सफल ना हो सके. 

1842 में यहां के राजा बख्स सिंह थे, उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी ने उनके शव के साथ अपने आपको सती कर लिया. इसी कारण लोग यहां सती महारानी का दर्शन करन जाते हैं.

राजा बख्स सिंह की चार संतानें हुई. जिसमें तीन की मृत्यु के बाद अमेठी रियासत के राज रणंजय सिंह बने. 

इनकी कोई संतान नहीं थी, इसलिए इन्होंने संजय सिंह को गोद ले लिया. तबसे वही अमेठी की रियासत संभालते आ रहे हैं.

इतने हमलों के बाद भी अमेठी की रियासत को कोई दबा नहीं पाया. और 2010 में मायवती ने अमेठी को यूपी का 72वां जिला  घोषित किया.