चन्द्रशेखर आजाद से जुड़ा है बदरका किले का इतिहास, जानकर रह जाएंगे आप भी दंग!

Dec 28, 2024, 07:52 PM IST

चन्द्रशेखर आजाद से जुड़ा है बदरका किले का इतिहास, जानकर रह जाएंगे आप भी दंग!

Arti

अगर आप भी घूमने-फिरने के शौकीन है, और किसी ऐतिहासिक जगह पर जाने की सोच रहे हैं, तो यूपी के उन्नाव जिले का ये स्थान आपके लिए बेस्ट जगह हो सकती है.

अगर आप भी घूमने-फिरने के शौकीन है, और किसी ऐतिहासिक जगह पर जाने की सोच रहे हैं, तो यूपी के उन्नाव जिले का ये स्थान आपके लिए बेस्ट जगह हो सकती है.

कानपुर शहर से महज 20 किमी. की दूरी पर बदरका का किला स्थित है. इस किले का निर्माण उन्नाव जिले में 17 वीं सदी में हुआ था.

कानपुर शहर से महज 20 किमी. की दूरी पर बदरका का किला स्थित है. इस किले का निर्माण उन्नाव जिले में 17 वीं सदी में हुआ था.

बता दें कि ब्रिटिश काल में यह किला राजा हरिवंश राय का निवास स्थान हुआ करता था. किले का रहस्यमयी इतिहास और इसकी सुन्दर संरचना आज भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है.

बता दें कि ब्रिटिश काल में यह किला राजा हरिवंश राय का निवास स्थान हुआ करता था. किले का रहस्यमयी इतिहास और इसकी सुन्दर संरचना आज भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है.

साथ ही आपको यह जानकर हैरानी होगी कि, बदरका से स्वतंत्रता सेनानी चन्द्रशेखर आजाद का गहरा संबंध रहा है.

चन्द्रशेखर का बचपन कहा जाता है कि बदरका गांव में चन्द्रशेखर आजाद का ननिहाल था, जहां पर वे बचपन में अपनी मां जगरानी देवी के साथ रहते थे.

क्रांतिकारी गतिविधियों का केन्द्र चन्द्रशेखर आजाद बड़े होकर अंग्रेजों के खिलाफ इसी किले से क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम दिया करते थे.

रहस्यमी सुरंग इस किले में रहस्यमयी कई सुरंगे बनी हुई हैं, जहां से क्रांतिकारियों के भागने का मार्ग हुआ करता था.

बता दें कि आज भी बदरका का किला इतिहास प्रेमियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है. अगर आप इतिहास जानने में रूचि रखते हैं तो एक बार बदरका का किला देखने जरूर जाएं.