Jan 20, 2025, 05:36 PM IST

अपने गीतों के लिए मशहूर हैं सुल्तानपुर के कवि, जिनकी कविताएं को होते हैं खूब चर्चे

Kamesh Dwivedi

भारत को ऐतिहासिक, धार्मिक और साहित्यिक धरती के रूप में जाना जाता है.

भारत देश में कई साहित्यकार और कवि जन्में जिन्होंने हिन्दी की बहुत सेवा की है.

आज जानेंगे एक कवि के बारे में जिनका जन्म सुल्तानपुर की धरती पर हुआ था. इनका नाम रामनरेश त्रिपाठी है.

रामनरेश त्रिपाठी हिन्दी भाषा के पूर्व छायावाद युग के कवि थे. 

इन्होंने सिर्फ कविता ही नहीं रची बल्कि कहानी, उपन्यास, जीवनी, संस्मरण और बाल साहित्य भी लिखा. ये कलम के जादूगर भी कहे जाते हैं.

रामनरेश त्रिपाठी गांधी के जीवन से बहुत प्रभावित थे, इनकी बा और बापू का पहला एकांकी नाटक है.

इन्होंने कविता कौमुदी की रचना की, जिसमें ग्राम गीतों का संकलन किया गया है.

कविता कौमुदी में गांवों में घूम-घूमकर रामनरेश त्रिपाठी ने विवाह गीत, सोहर आदि का एक संकलन तैयार किया है.