क्या आप जानते हैं कि राजा नरपत सिंह स्मारक के पीछे की क्या है कहानी!
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राजा नरपत सिंह स्मारक हरदोई के माधोगंज कस्बे से 2 किमी की दूरी पर रूईया गढ़ी गांव में स्थित है.
इस स्मारक को 1857 के स्वतंत्रता संग्रम में शहीद हुए वीरों की याद में बनाया गया है. जहां पर राजा नरपत सिंह की एक विशाल प्रतिमा मौजूद है. जो पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बना है.
आजादी की लड़ाई के दौरान अंग्रेज भी रूईगढ़ी का नाम सुनकर कांपते थे. उस दौरान रूईगढ़ी एक रियासत हुआ करती थी.
बता दें कि उस दौरान वहां के राजा, नरपत सिंह थे. जिसके बाद अंग्रेजी हुकूमत अवध के कई क्षेत्रों को जीत लेने के बाद, रूईगढ़ी पर भी कब्जा करना चाहते थे.
जिसके बाद मात्रभूमि की रक्षा के लिए राजा नरपत सिंह ने अपनी जान की परवाह किए बिना सैनिकों के साथ मिलकर अंग्रेजों का सामना किया.
राजा नरपत सिंह की अदम्य बहादुरी और रणनीति की वजह से इस लड़ाई में अंग्रेजों को चार बार करारी हार का सामना करना पड़ा था.
पांचवे युद्ध में अंग्रेजों ने बड़ी संख्या में तोपों से हमला कर दिया था. जिसकी वजह से ये अंग्रेजों के साथ बहादुरी के साथ लड़ते हुए शहीद हो गए.
अगर आप भी हरदोई जा रहे हैं तो राजा नरपत सिंह स्मारक को विजिट जरूर करें. यहां पर आपको शांत और खूबसूरत जगह के साथ इतिहास के एक महत्वपूर्ण अध्याय को जानने को मौका मिलेगा.