Dec 26, 2024, 07:37 AM IST
आजादी के लिए भारत ने कड़े संघर्ष किए और कई यातनाएं झेली.
जिसका परिणाम ये रहा कि भारत 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद हुआ.
गोरखपुर में बना एक शहीद स्मारक 1922 के चौरी-चौरा कांड की याद दिलाता है.
भारतीयों ने अंग्रेजों के विरूद्ध शांति प्रदर्शन किया, जिसे भंग करने के लिए 4 फरवरी 1922 को अंग्रेजी पुलिस ने गोलीबारी की.
इससे क्रांतिकारियों का गुस्सा उबल पड़ा, और वे अंग्रेजी पुलिस पर हमला करने के लिए बढ़ चले.
क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी पुलिस के थाने को ही पुलिस के हवाले कर दिया, जिसमें 22 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई.
ब्रिटिश सरकार ने इसमें 19 भारतीयों को दोषी पाया और उन्हें फांसी पर लटका दिया.
देश के प्रति भारतीयों के इस बलिदान की वजह से गोरखपुर के जंघा तहसील के समीप एक शहीद स्मारक बनाया गया. जो लोगों के लिए प्रेरणास्रोत रहे.
यह स्मारक भारत के आजादी के संघर्ष को बताता है. और आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति का संदेश देता है.