Jul 7, 2025, 09:15 AM IST

“कभी वही थे जहां तुम आज हो” आज जो चमकते हैं, कभी अंधेरे में भी रहे हैं

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एपीजे अब्दुल कलाम अख़बार बेचने वाला लड़का देश का राष्ट्रपति बना

 धीरूभाई अंबानी पेट्रोल पंप पर नौकरी करने वाला लड़का–भारत का बिजनेस लीजेंड

मैरी कॉम चाय बागानों से ओलंपिक्स तक-सपने जाति या पृष्ठभूमि नहीं देखते हैं

 नवाजुद्दीन सिद्दीकी चौकीदारी से फिल्मों तक–टैलेंट कभी छुपा नहीं रहता

आपके Throwback Moments? कभी स्कूल में सबसे चुप थे, आज सब सुनते हैं?

शुरुआत छोटी हो सकती है सपना नहीं|

क्या आपने भी कभी खुद को कम समझा था? अब वक्त है बदलने का