Sep 27, 2025, 12:09 PM IST
सूरज पर जाने का सपना: किन देशों ने किया प्रयास, क्या मिला परिणाम
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इंसान ने धरती, चाँद और अंतरिक्ष की बहुत सी जगहों को समझ लिया है लेकिन सूरज अब भी उसकी पहुँच से दूर है
इसकी सबसे बड़ी वजह है सूरज का बहुत ज़्यादा तापमान
सूरज की सतह पर लगभग 6,000 डिग्री सेल्सियस और ऊपर के हिस्से में लाखों डिग्री तापमान होता है
इतनी गर्मी में कोई भी चीज़ टिक नहीं सकती, सब तुरंत वाष्प बनकर उड़ जाएगी
इसी वजह से आज तक सूरज पर सीधे जाना असान नही है
फिर भी कई देशों ने सूरज को समझने के लिए मिशन भेजे हैं अमेरिका की नासा ने सबसे ज्यादा मिशन चलाए
2018 में पार्कर सोलर प्रोब लॉन्च हुआ जो सूरज के बहुत करीब पहुँचा था
1995 में नासा और यूरोपीय स्पेस एजेंसी ने मिलकर SOHO मिशन भेजा
जापान ने 1981 में हिनोटोरी और 1991 में योहकोह भेजकर सौर विस्फोट और एक्स-रे की जानकारी जुटाई
इन मिशनों से हमें सूरज की रोशनी, उसकी गर्मी और सौर हवाओं के बारे में अहम जानकारी मिली है
लेकिन आज भी सूरज तक इंसान का पहुँचना नामुमकिन माना जाता है