Jul 4, 2025, 12:03 PM IST

स्वामी विवेकानंद: प्रेरणा के प्रकाश आज उनकी पुण्यतिथि पर उनके विचारों को स्मरण कर, आत्मबल और सेवा का संकल्प लें।

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स्वामी विवेकानंद ने कहा था, “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।” उनकी शिक्षाएं आज भी युवाओं का मार्गदर्शन करती हैं।

1893 में शिकागो धर्म संसद में दिए गए उनके भाषण ने पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति और अध्यात्म से परिचित कराया।

वेदांत और योग को उन्होंने न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी प्रचारित किया। उनका जीवन संयम, शक्ति और करुणा का संगम था।

अल्पायु में महान कार्य, सिर्फ 39 वर्ष की आयु में 1902 को स्वामीजी का देहांत हुआ, लेकिन उनके विचार अमर हो गए।

स्वामी विवेकानंद ने कहा था “एक विचार को पकड़ो। उसी विचार को अपना जीवन बना लो – उसी के बारे में सोचो, उसी का सपना देखो, उसी को जियो।”

उनकी विचारधारा ने हजारों युवाओं को आत्मबल और आत्मविश्वास से भर दिया – “Believe in yourself!”

स्वामी विवेकानंद का संपूर्ण जीवन राष्ट्र, धर्म और मानवता की सेवा में समर्पित रहा। उनकी जयंती ‘राष्ट्रीय युवा दिवस’ के रूप में मनाई जाती है।

 आज उनके पुण्यतिथि पर आइए उनके आदर्शों को जीवन में अपनाएं और राष्ट्रनिर्माण की दिशा में आगे बढ़ें। ॐ शांति।