Jul 8, 2025, 08:11 AM IST
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। यह भक्ति, वर्षा और आत्मशुद्धि का समय है।
समुद्र मंथन में हलाहल पीने वाले शिव। श्रावण में होती है उनकी विशेष पूजा।
सोमवार के व्रत से प्रसन्न होते हैं महादेव। कन्याएं वर प्राप्ति के लिए करती हैं पूजा।
भक्त गंगाजल लाकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। श्रद्धा और तपस्या की अनोखी मिसाल।
मंत्र जाप की शक्ति "ॐ नमः शिवाय" – शिव का प्रिय मंत्र। हर जाप से आत्मा को शांति मिलती है।
प्रकृति का जागरण सावन में हरियाली और वर्षा शिव की कृपा हैं। जल अर्पण से होते हैं दोष शांत।
सावन में शिव कथा सुनना विशेष पुण्यदायी। शिव की लीलाएं जीवन का मार्ग दिखाती हैं।
सावन आत्मा को शिव से जोड़ने का समय है। हर हर महादेव! शिव ही सत्य हैं।