Jul 6, 2025, 08:04 AM IST
कठपुतली कला: पहले कहानियाँ सुनाने का ज़रिया थी, अब बहुत कम जगहों पर दिखती है
ढोकरा शिल्प- हज़ारों साल पुरानी धातु की मूर्तियां, मोम से ढलाई की खास तकनीक
मिथिला चित्रकला- बिहार की यह रंगीन लोककला प्राकृतिक रंगों से बनाई जाती है
नागा हस्तशिल्प- लकड़ी, मोतियों और कपड़ों की कलाएं जो नागा संस्कृति को दर्शाती हैं
तोड़ा कढ़ाई- नीलगिरी की तोड़ा जनजाति की लाल-काली धागों से बनी सुंदर हस्तकला
वारली चित्रकला- मिट्टी की दीवारों पर सफेद रंग से बनी सरल लेकिन गहरी आदिवासी चित्रकला
रोगन पेंटिंग- कच्छ की यह कला गाढ़े तेल से कपड़े पर धातु की छड़ी से बनाई जाती है
. पारसी कढ़ाई- गारा साड़ियों पर की गई नाज़ुक कढ़ाई, जिसमें फारसी और चीनी असर दिखता है