Nov 8, 2025, 08:52 AM IST

जहाज महल का इतिहास – दिल्ली की झील में तैरता ‘महल’

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जहाज महल का निर्माण लोदी राजवंश के शासनकाल (1452–1526) में कराया गया था

इसे एक सराय (धर्मशाला) के रूप में बनाया गया था, ताकि दूर-दराज से आने वाले मेहमान यहां ठहर सकें

यह ऐतिहासिक इमारत साउथ दिल्ली के महरौली इलाके में स्थित है, हौज-ए-शम्सी झील के पास

महल का प्रतिबिंब झील में ऐसे दिखाई देता था जैसे कोई जहाज पानी में तैर रहा हो, इसलिए नाम पड़ा “जहाज महल।”

जहाज महल की बनावट में अफगान और हिंदुस्तानी स्थापत्य कला का सुंदर मिश्रण देखा जा सकता है

दीवारों और मेहराबों पर की गई जालीदार नक्काशी और सुंदर गुंबद इसकी खूबसूरती बढ़ाते हैं

यहां हर साल प्रसिद्ध फूलवालों की सैर उत्सव मनाया जाता है, जिसमें सभी धर्मों के लोग शामिल होते हैं

जहाज महल आज भी दिल्ली के ऐतिहासिक धरोहरों में से एक माना जाता है, जहां पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं

जहाज महल सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि दिल्ली की विरासत, एकता और स्थापत्य कला का प्रतीक है