Nov 1, 2025, 06:47 AM IST
उत्तराखंड की दीवाली जो 11 दिन बाद होती है खास अंदाज़ में
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इगास बग्वाल उत्तराखंड का पारंपरिक त्योहार है, जिसे "गढ़वाली दीवाली" भी कहा जाता है
यह मुख्य दीवाली के 11 दिन बाद मनाई जाती है
ऐसा माना जाता है कि जब राम जी 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, तब खबर गढ़वाल के पहाड़ों तक देर से पहुँची थी
इसलिए यहाँ के लोग 11 दिन बाद खुशियाँ मनाते हैं
इस दिन लोग दीपक जलाते हैं, मिठाइयाँ बाँटते हैं, नृत्य-गीत करते हैं और पशु-पक्षुओं को विशेष भोजन खिलाते हैं
कई जगह "भैलो" नाम का पारंपरिक खेल भी खेला जाता है
जिसमें लकड़ी के गोले को जलाकर खेला जाता है
यह त्योहार उत्तराखंड की लोक संस्कृति, परंपरा और एकता का प्रतीक है