Sep 21, 2025, 06:43 AM IST

बस्तर दशहरा: राम-रावण नहीं, देवी दंतेश्वरी की 75 दिन तक होती है पूजा

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छत्तीसगढ़ के बस्तर में मनाया जाने वाला दशहरा पूरे 75 दिनों तक चलता है — विश्व का सबसे लंबा दशहरा उत्सव माना जाता है

यहां दशहरा राम और रावण की लड़ाई की कहानी नहीं है। मुख्य-focus है देवी दंतेश्वरी की आराधना और आदिवासी परंपराएँ

देवी दंतेश्वरी को बस्तर की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है — यह आदिवासी समुदायों की आराध्य देवी हैं

यह त्योहार लगभग 600 वर्षों से परंपरागत रूप से मनाया जा रहा है, जिसमें अनेक अनुष्ठान शामिल हैं

बस्तर दशहरा की शुरुआत होती है हरियाली अमावस्या पर और पहला अनुष्ठान है “पाट जात्रा (Patjatra)”, जिसमें साल की लकड़ी पूजा के लिए लाई जाती है

गॉडेस ‘कचिन’ के नाम की एक बच्ची झूले पर झूलकर राजपरिवार को अनुमति देती है त्योहार शुरू करने की — झूला कांटों से बना होता है

75 दिनों में से अंतिम 10 दिन सबसे महत्वपूर्ण होते हैं — रथ यात्रा, विशेष पूजा और उत्सव चरम पर होता है

अंतिम दिनों में देवी दंतेश्वरी की मूर्ति को रथ में रख कर बड़ी यात्रा निकाली जाती है और विभिन्न आदिवासी समूह बड़ी श्रद्धा से भाग लेते हैं