Sep 27, 2025, 08:14 AM IST

एक अनोखा शक्तिपीठ जहा देवी ने अपने ही सिर का किया बलिदान

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मां छिन्नमस्तिका मंदिर  झारखंड के रजरप्पा में स्थित यह शक्तिपीठ पूरे भारत में प्रसिद्ध है

यह मंदिर न केवल पूजा के लिए, बल्कि प्राकृतिक सुंदरता और शांत माहौल के लिए भी जाना जाता है

मां छिन्नमस्ता देवी दस महाविद्याओं में छठी मानी जाती हैं

देवी अपने दाहिने हाथ में तलवार और बाएं हाथ में अपना कटे सिर के साथ दर्शायी जाती हैं

उनके शरीर से तीन रक्तधाराएँ निकलती हैं दो सहचरियों के लिए, एक स्वयं देवी ग्रहण करती हैं

देवी कमल के फूल पर खड़ी हैं, उनके पैरों के नीचे कामदेव और रति की प्रतिमा है

गले में मुंडमाला और सर्पमाला, खुले केश—शक्ति, त्याग और बलिदान का प्रतीक

शारदीय नवरात्र में मंदिर भक्तों से भर जाता है, पूरा परिसर भक्ति और उत्साह से गूंजता है

यह मंदिर भक्तों को आस्था, शक्ति और अध्यात्मिक शांति का अनुभव देता है

मां छिन्नमस्तिका मंदिर श्रद्धालुओं के लिए शक्ति, त्याग बलिदान का प्रतीक है