Feb 14, 2025, 01:50 PM IST

क्या आपने देखा है बावनी इमली पेड़, जहां दी गई थी 52 शहीदों को एक साथ फांसी ?

Arti

अगर आप भी ऐतिहासिक स्थलों और विरासतों को जानने की रूचि रखते है, प्रयागराज से कुछ ही घंटों की दूरी मौजूद इस ऐतिहासिक जगह पर आप घूमने जा सकते हैं

ये ऐतिहासिक स्थल फतेपुर जिले में स्थित एक प्राचीन इमली का पेड़ है, जो भरतीय स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी रहा है.

ये वो ऐतिहासिक जगह है जहां 52 स्वतंत्रता सेनानियों को ब्रिटिश सेना ने 28 अप्रैल 1858 को एक साथ फांसी दी थी.

जिस वजह से स्थानीय लोगों द्वारा बावनी इमली कहा जाता है. यहां जाने के लिए आप बस या ट्रेन से पहुंच सकते हैं .

इस फांसी मे गुरिल्ला युद्ध में माहिर ठाकुर जोधा सिंह राजपूत और उनके 51 साथी शामिल थे 

जिसकी वजह से बावन वीर शहीदों की याद में यह पेड़ आज भी स्मृति स्मारक के रूप में स्थित है. 

यह पेड़ लगभग 200 साल पुराना माना जाता है, यहां पर आप शांतिपूर्ण माहौल में घूमने का आनंद ले सकते हैं

अगर आप भी प्रयागराज जा रहे हैं तो यहां से 3 घंटे की दूरी पर स्थित इस ऐतिहासिक जगह को विजिट जरूर करें. 

यहां जाकर आपको इतिहास से जुड़ी इन वीर शहीदों के गौरव गाथा को जानने का मौका मिलेगा.