Jan 5, 2025, 07:35 PM IST

जानें सिटी पैलेस बलरामपुर के इतिहास और कला के बारे में!

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बलरामपुर उत्तर प्रदेश का एक छोटा सा जिला है. जो न सिर्फ धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि ऐतिहासिक महत्व के लिए भी जाना जाता है. 

अगर आप भी घूमने का प्लान बना रहे हैं तो नैमिषारण्य धाम एक अच्छा विकल्प है. नैमिषारण्य गोमती नदी के किनारे स्थित है. जो लखनऊ से 80 किमी. की दूरी पर है. 

इन्ही ऐतिहासिक विरासतों में से एक सिटी पैलेस बलरामपुर है. जो अपनी वास्तुकला के लिए काफी प्रसिद्ध है. 

सिटी पैलेस बलरामपुर जाने के लिए आप बस और ट्रेन दोनों से पहुंच सकते है. बलरामपुर लखनऊ से लगभग 156 किमी. की दूरी पर है.

बता दें कि इसका निर्माण 19वीं सदी में हुआ था, उस समय बलरामपुर के राजा महेन्द्र सिंह ने अपनी पांज रानियों के लिए इसे बनवाया था.

सिटी पैलेस को हूबहू मुम्बई टर्मिनल रेलवे स्टेशन के आधार पर बनवाया गया है.  इसे बनवाने के लिए खास तरह की ईंटों का प्रयोग किया था.

माना जाता है कि सिटी पैलेस बलरामपुर और मुम्बई टर्मिनल रेलवे स्टेशन को एक ही आर्किटेक्ट ने बनवाया था. इस पैलेस की वास्तुकला मे भारतीय और यूरोपीय कला का मिश्रण है, जो वास्तुकला प्रेमियों के आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है.

इस पैलेस में 150 कमरे बने बनवाए गए हैं, और पैलेस की सुरक्षा के लिए पास में  सैनिकों के रहने की व्यवस्था की गई थी. 

सिटी पैलेस  के चारो ओर  बगीचे और शांत वातावरण दूर से ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते है.