अगर आप भी कर रहे हैं सूकून की तलाश, तो अमेठी का ये आश्रम है सबसे खास!
Kamesh Dwivedi
अपनी भागदौड़ भरी जिंदगी से लोग अक्सर परेशान हो जाया करते हैं, और किसी सूकून वाली जगहों की तलाश करते रहते हैं.
आज हम एक ऐसी ही जगह के बारे में आपको बताएंगे, जो शांति और सूकून के लिए पहचानी जाती है.
अमेठी जिला अपने परिवार और दोस्तों के साथ घूमने के लिए बहुत खास माना जाता है.
अमेठी जिले में ही टीकरमाफी आश्रम मौजूद है, जहां 13 देवालयों की स्थापना की गई है, जिसे आस्था का केंद्र माना जाता है.
यह आश्रम अमेठी जिले के संग्रामपुर विकासखंड में स्तिथ है. इस परिसर में दुर्गा मंदिर, शनि देव मंदिर, पंचदेव मंदिर, के साथ और भी कई मूर्तियां स्थापित हैं.
यहां पर 50 फिट के भगवान शंकर की प्रतिमा और 72 फिट के हनुमानगढ़ी मंदिर का भी निर्माण हुआ है.
बताया जाता है कि 1918 में जंगल में एक स्वामी यहां कुटी बनाकर रहने लगे थे, फिर पुलिस ने इनको हटाने का बहुत प्रयास लेकिन फिर बहुत समस्या आने लगी.
कुछ समय बाद अधिकारियों ने उस जमीन को स्वामी परमहंस के नाम पर दर्ज करवा दी थी.
आज यह आश्रम और यहां स्थित मंदिर लोगों के लिए सूकून का केंद्र बना हुआ है. बहुत से पर्यटक भी यहां पहुंचते हैं.