May 28, 2025, 12:40 PM IST

  “S-400 या S-500: जानिए कौन सा मिसाइल सिस्टम भारत के लिए है गेम चेंजर”  

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दुनिया की सबसे उन्नत एयर डिफेंस प्रणाली मानी जा रही S-500 ने जबरदस्त एंट्री ली है। रूस द्वारा विकसित इस नई प्रणाली ने S-400 की क्षमताओं को भी पीछे छोड़ दिया है।  विशेषज्ञ मान रहे हैं कि S-500 की तैनाती से भारत की हवाई सुरक्षा को अपार ताकत मिलेगी। 

अंतरिक्ष आधारित खतरों से सुरक्षा S-500 लो अर्थ ऑर्बिट (LEO) में मौजूद सैटेलाइट्स और अंतरिक्ष से आने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को भी इंटरसेप्ट कर सकता है, जो S-400 नहीं कर सकता।

हाइपरसोनिक मिसाइलों का इंटरसेप्शन S-500 हाइपरसोनिक क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने में सक्षम है, जबकि S-400 की यह क्षमता सीमित है 

लंबी रेंज इंटरसेप्शन S-500 की इंटरसेप्शन रेंज लगभग 600 किमी तक हो सकती है, जो S-400 की अधिकतम 400 किमी रेंज से अधिक है।

तेजी से प्रतिक्रिया समय S-500 का प्रतिक्रिया समय लगभग 3-4 सेकंड है, जो S-400 की तुलना में कहीं ज्यादा है।

बेहतर बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) S-500 को विशेष रूप से बैलिस्टिक मिसाइलों को इंटरसेप्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जबकि S-400 की BMD क्षमता सीमित है।

आधुनिक और मॉड्यूलर डिजाइन S-500 का डिज़ाइन अधिक मॉड्यूलर है, जिससे इसे भविष्य में अपडेट करना आसान है।

बहु-स्तरीय सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा S-500 को रूस की बहु-स्तरीय रक्षा प्रणाली में उच्च स्तर (strategic layer) पर रखा गया है, जबकि S-400 टैक्टिकल या ऑपरेशनल लेयर पर काम करता है।