Back
एसपी सिटी के सिंघम अंदाज से यातायात की सचाई: Muzaffarnagar में वीडियो वायरल
AMAnkit Mittal
Dec 02, 2025 17:35:30
Muzaffarnagar, Uttar Pradesh
पुलिस की परिभाषा
एंकर - उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो जमकर वायरल हो रही है। जिसमें एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजाहपत सिंघम अंदाज में पुलिस की परिभाषा लोगों को समझते नजर आ रहे हैं ये ही नहीं इस दौरान उन्होंने बड़ी स्क्रीन पर डाइट तेरी क्या जो मारे खून उबला रे पानीपत में फायर करें गंजे पूरा अंबाला रे गाना चलवाकर फिल्मों में पुलिस की हकीकत को भी समझने का प्रयास किया।
दरसअसल सोमवार को नगर में स्थित पुलिस लाइन में यातायात माह का समापन था इस दौरान कार्यक्रम में मंच से लोगों को संबोधित करते हुए एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत सिंघम अंदाज में नजर आए जिसमें उन्होंने कहा कि कोई गलतफहमी में न रहे अगर आपको लगता है कि आप पुलिस को ओवर पावर कर दोगे तो वह गलत है पुलिस एक इंस्टीट्यूशन है यह पुलिस व्यवस्था वर्षों से चली आ रही है इसलिए पुलिस आपको रोकेगी भी और आपका इलाज भी करेगी। आप थोड़ी देर के लिए पुलिस को ओवर पावर कर सकते हैं आप एक चौराहे पर गाड़ी स्पीड से भगाकर ले जा सकते हैं लेकिन अगले चौराहे पर बच नहीं पाओगे और अगर आपको लगता है की पुलिस हमें रोक नहीं पाएगी अगर दिमाग में यह गलतफहमी है तो उसे निकालना पड़ेगा कोई भी इंडिविजुअल आदमी चाहे मैं हूं चाहे आप हैं फिर चाहे कोई भी सिस्टम से बड़ा नहीं होता और जो इंस्टीट्यूशन बने होते हैं हमें लगता है वह हमें दबाने के लिए बने हैं लेकीन ऐसा नहीं है।
एसपी सिटी ने उदाहरण देते हुए कहा कि अच्छा आदमी जब अकेला होता है तो वह कानून का पालन भी करता है और उसे सही गलत का एहसास भी होता है लेकिन जैसे ही वह ग्रुप में आ जाए 2,4 दोस्त इकट्ठा हो जाएं तो फिर सारा मूड फन मूड में चला जाता है उस समय फिर लगता है कि हमें बस चील करना है और चील चील के चक्कर में जिंदगी चली जाती है ।
जितने भी लोग इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे उनसे एसपी सिटी ने कहा कि अगर कोई व्यवस्था बनी है हम लोगों की सुरक्षा के लिए जितना हम उसका पालन करेंगे उतना ही फायदा हमें होने वाला है अगर हम उसका पालन नहीं करेंगे तो वो फ़िल्म तो बनती है ना लेकीन हकीकत बहुत दूर होती है उन्होंने कहा कि सामने से बदमाश आएगा भाग कर चला जाएगा लेकीन वह थोड़ी दूर तक ही भाग कर जा पता है पुलिस की अगर 10 गोली चलती है तो उनमें से 9 गोली मुजरिम के पैर में लग ही जाती है यह पुलिस का रिकॉर्ड है इसलिए कोई गलतफहमी में ना रहे यातायात के नियमों का पालन करें इसके अलावा जो अन्य नियम है उनका भी पालन करें।
ये ही नहीं एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने कार्यक्रम में एक बड़ी स्क्रीन पर डाइट तेरी क्या मारे खून उबाला रे पानीपत में फायर करें गंजा पूरा अंबाला रे गाना चला कर लोगों को हकीकत से भी रूबरू कराया उन्होंने कहा कि नॉर्मली हमें यही सब देखने को मिलता है जिससे हम सीखते हैं।
এসপি सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने सिनेमा की हकीकत बयान करते हुए कहा कि जो म्यूजिक इंडस्ट्री है वह हकीकत को पूरा 360 डिग्री से 180 डिग्री तक बदल देती है एसपी सिटी ने ये समझाने का प्रयास किया है कि फिल्मी कहानी कुछ और होती है और जमीनी हकीकत कुछ और उन्होंने कहा कि जो फिल्मों में दिखाते हैं इतनी नालायक पुलिस तो सचाई नहीं होती होगी।
पुलिस चार गोली चलाएगी तो दो तो जाकर लग ही जाएगी चाहे वह कितनी भी दूर से चला रहे हो लेकिन फिल्मों में जो गैंगस्टर है वह एक गोली चला रहा है और पुलिस की गाड़ी उड़ जा रही है।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने कहा कि अभी थोड़े दिन पहले एक स्टेट के डीजीपी साहब का स्टेटमेंट आया उस पर बड़ा बवाल मचा था क्यूंकि उन्होंने किसी पार्टिकुलर गाड़ी के ब्रांड का नाम लेकर बोल दिया कि इसमें बैठने के बाद आदमी के अंदर ज्यादा दिलेरी आ जाती है वह वही तो बता रहे थे गाने में की जो दिलेरी है वह खून में है वह कहीं बाजारों में नहीं मिलती दिलेरी ऐसी होती है।
आपको बता दे कि एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत की ये वीडियो वायरल होने के बाद में खूब धूम मचा रही हर जगह एसपी सिटी के सिंघम अंदाज की चर्चा हो रही है।
वायरल वीडियो में एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत कह रहे हैं कि सबसे बढ़िया है ताकि पुलिस अगली बार आपको रोकेंगे ही नहीं पुलिस आपको रोकेगी भी और आपका इलाज भी करेगी यह कोई गलतफहमी में न रहे अभी फिलहाल पब्लिक नहीं बैठी आगे ज्यादा लेकिन अगर पब्लिक को ऐसा लगता है कि आप पुलिस को ओवर पावर कर दोगे पुलिस एक इंस्टीट्यूशन है सदियों से चली आ रही है व्यवस्था हो सकता है खाकी जब हमारे देश में ब्रिटिश आए उसके बाद खाकी जो पुलिस की यूनिफार्म है उसका कलर खाकी कर दिया लेकिन पुलिस की व्यवस्था तो वर्षों से है इतिहास में भी पढ़ते हैं आप चंद्रगुप्त मौर्य कुछ लोग थे जिनका काम था कानून का पालन करना अगर कोई व्यवस्था सदियों से बनी आई है वह एक इंस्टीट्यूशन है उनको शक्तियां दी गई हैं आप लोग थोड़ी देर के लिए उनको ओवर पावर कर सकते हैं आप एक चौराहे पर गाड़ी स्पीड से भगाकर ले जा सकते हैं अगले चौराहे पर थोड़ा ही बच जाओगे अगले चौराहे पर थोड़ी बच जाओगे अभी कुछ दिन पहले कुछ लड़के गोली चल कर गए जब पुलिस ने उनका पीछा किया तो उन्होंने 40 50 किलोमीटर तक गाड़ी दौड़ाई और वह उसी पार्टिकुलर गाड़ी में बैठे थे जिस ब्रांड का नाम डीजीपी सर बताए थे वीडियो भी खूब वायरल हुई जब तक उनकी गाड़ी का पूरा पहिया फट नहीं गया रिम बाहर नहीं आया मतलब 18 इंच का पहिया होता है जब तक वह इतना सा नहीं बच गया जब तक वह गाड़ी भागते रहे बीच में कई लोगों को उन्होंने टक्कर मारी क्यों उनके अंदर एक नशा था कि हम इस पार्टिकुलर गाड़ी में बैठे हैं तो पुलिस हमें रोक नहीं पाएगी अगर दिमाग में यह गलतफहमी है तो निकालना पड़ेगा कोई भी इंडिविजुअल आदमी चाहे मैं हूं चाहे आप हो चाहे कोई भी हो सिस्टम से बड़ा नहीं होता है और जो इंस्टीट्यूशन बने होते हैं वह बने होते हैं हमारे लिए हैं हमें लगता है बस वह हमें दबाने के लिए बने हैं अगर हेलमेट लगाने के लिए किसने बोल दिया तो यह नहीं समझता कि इसमें जैसे उसे ऐड में बोल दिया कि अगर इतना ही है सुरक्षा के लिए तो तुम लगा लो ना वह नाटक रूपांतरण का जिस्म दिखा रखा है कि हेलमेट लगा रखा था वह बच गई जिन्होंने नहीं लगा रखा था वह एक्सपायर हो गए सिस्टम जो है इंडिविडुअल सुरक्षा के लिए है समाज आपकी सुरक्षा के लिए है लेकिन हम लोगों मैं जो एक विद्रोही प्रगति होती है हमें और पावर कट जाती है अच्छा आदमी जब अकेला होता है तो वह कानून का पालन भी करता है और माइनॉरिटी थोड़ी सी होती है सही गलत का एहसास होता है जैसे ही ग्रुप में आ गए चार दोस्त इकट्ठा हो गए 10 दोस्त इकट्ठा हो गए फिर और सारा मूड फन मूड में चला जाता है हमें बस चिल करना है और चील चील के चक्कर में जिंदगी चली जाती है दूसरे वाले जो होते हैं उन्हें थोड़ी देर के लिए एहसास होता है कि हो गया अगले दिन फिर वैसे के वैसे मेरी आप लोगों से गुजारिश है कि किताबों में ज्ञान बहुत लिखा है अखबारों में रोज रिपोर्ट आती है कि इतने हादसे हो गए कितने लोगों की डेथ हो गई अगर हेलमेट लगा लेते तो इतने परसेंट काम हो जाती सीट बेल्ट लगा लेते तो इतने परसेंट डेथ काम हो जाती लेकिन वह जब तक वह अपने पर नहीं आती है हमारे साथ ऐसा नहीं होता है तब तक वह चीज समझ नहीं आती है आप लोगों से निवेदन है चाहे जितने सिविल सर्विस वाले बैठे हो, सोसाइटी वाले बैठे हो या मीडिया के लोग हैं कोई भी व्यवस्था अगर बनी है हम लोगों की सुरक्षा के लिए बनी है जितना हम उसका पालन करेंगे उतना ही हमारा फायदा होने वाला है अगर नहीं करेंगे तो हकीकत बहुत दूर होती है सामने बदमाशी आएगा भाग कर जाएगा वह थोड़ी दूर तक भाग कर जा पता है पुलिस यदि 10 गोली चलती है तो वह मुजरिम के पैर में 9 तो लग ही जाती हैं यह पुलिस का रिकॉर्ड है इसलिए कोई गलतफहमी में ना रहे यातायात के नियमों का पालन करें इसके अलावा जो अन्य नियम है उनका भी पालन करें लेकिन यातायात एक ऐसा विषय है जैसे ही हम घर से बाहर कदम रखते हैं हमारा उससे नाता शुरू हो जाता है बाकी जो अन्य क्राइम अपराध करता है या अपराध रोकता है प्योरिटी सबकी है मैनपुरी यातायात टीम को बधाई देना चाहूंगा क्योंकि इस महीने एसपी सर ट्राफिक ने बताया कि रोड इंजरी को ठीक करा गया उसमें एन एच आई और आरटीओ का भी सहयोग मिला यह सब को मैं शुभकामनाएं देता हूं।
ऐसी होती है, ऐसी होती है क्या हकीकत अभी इसमें और भी था करना में लेकिन खैर अभी पूरा नहीं सुनता हूं आपको समझ में आ गया होगा जो हमारा सिनेमा है म्यूजिक इंडस्ट्री है वह हकीकत को पूरा 360 डिग्री 180 डिग्री बदल देती है मतलब जितने पुलिस वाले बैठे हैं सामने बैठे हैं इधर बैठे हैं कि इतने नालायक हो क्या आप लोग की सामने एक आदमी आया सबके पास पिस्टल हो ,9 एमएम हो मतलब सब कुछ हो और चारों तरफ से चल रही है भारत का नक्शा बना दिया था राजकुमार जी ने मतलब इतनी लायक पुलिस तो नहीं होती होगी चार गोली चलाएगी दो तो जाकर लग ही जाएगी चाहे कितनी भी दूर से चला रहा हो सामने जो गैंगस्टर वह एक गोली चल रहा है और पुलिस की गाड़ी उड़ जा रही है या डीएसपी मैडम उनका पिस्टल खराब हो जा रही है उसी टाइम पर इतना खराब नहीं है पुलिस का सिस्टम लेकिन हमारा कल्चर इसको प्रमोट करता है और हम लोग रेल भी बनाते हैं इंस्टाग्राम पर और तमाम चीजे लगते भी हैं अभी कुछ दिन पहले एक स्टेट के डीजीपी साहब का स्टेटमेंट आया उसे पर भी बवाल मच गया कि उन्होंने किसी पार्टिकुलर गाड़ी के ब्रांड का नाम ले लिया और बोल दिया कि भाई इसमें बैठने के बाद आदमी के अंदर ज्यादा दिलेरी आ जाती है वही तो बता रहे थे गाने में की जो दिलेरी है वह खून में है वह कहीं बाजारों में नहीं मिलती दिलेरी ऐसी होती है।
मंच से बोलते हुए - सत्यनारायण प्रजापत ( एसपी सिटी - मुजफ्फरनगर )
0
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement
NSNAVEEN SHARMA
FollowDec 02, 2025 18:02:100
Report
AMAsheesh Maheshwari
FollowDec 02, 2025 18:01:390
Report
AMAsheesh Maheshwari
FollowDec 02, 2025 18:01:280
Report
ASANIMESH SINGH
FollowDec 02, 2025 18:01:140
Report
RVRaunak Vyas
FollowDec 02, 2025 18:01:000
Report
MPMahesh Pareek
FollowDec 02, 2025 18:00:380
Report
RRRakesh Ranjan
FollowDec 02, 2025 18:00:150
Report
VPVEDENDRA PRATAP SHARMA
FollowDec 02, 2025 17:47:5579
Report
ASANIMESH SINGH
FollowDec 02, 2025 17:47:33117
Report
BPBramh Prakash Dubey
FollowDec 02, 2025 17:46:5293
Report
JSJitendra Soni
FollowDec 02, 2025 17:46:24126
Report
IKIsateyak Khan
FollowDec 02, 2025 17:46:10118
Report
AMAnkit Mittal
FollowDec 02, 2025 17:45:35196
Report
PKPREMENDRA KUMAR
FollowDec 02, 2025 17:45:1874
Report
109
Report