Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Balrampur271201

गैंग ने फर्जी दस्तावेजों से की 45 लाख की ठगी, 8 गिरफ्तार!

PTPawan Tiwari
Jul 19, 2025 13:34:44
Balrampur, Uttar Pradesh
बलरामपुर जिले की उतरौला कोतवाली पुलिस ने शनिवार को एक ऐसे शातिर गैंग का पर्दाफाश किया है, जो कूटरचित दस्तावेजों के जरिए जमीन की रजिस्ट्री कराकर करोड़ों रुपये की ठगी करता था। पुलिस ने गैंग के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने मिलकर फर्जी आधार कार्ड, फर्जी व्यक्ति और झूठे दस्तावेजों के जरिये एक व्यक्ति से करीब 45 लाख की जमीन के नाम पर 15 लाख रुपये की ठगी की थी। पुलिस अधीक्षक बलरामपुर विकास कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि वादी हकीकुल्ला पुत्र मोहम्मद यूसुफ निवासी मोहल्ला रफीनगर, कोतवाली उतरौला ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे ग्राम बसावन बनकट, थाना रेहरा बाजार की गाटा संख्या 151मि0, क्षेत्रफल 0.2430 हेक्टेयर (करीब तीन बीघा) जमीन को खरीदने के लिए 45 लाख रुपये में सौदा कराया गया। आरोपियों ने जमीन का सौदा तय कर उससे एडवांस में 15 लाख रुपये ले लिए। इसके बाद 20 दिसंबर 2023 को उपनिबंधक कार्यालय उतरौला में एक फर्जी व्यक्ति को असली मालिक बताकर एग्रीमेंट भी करा लिया गया। मामले की जांच में पुलिस को जबरदस्त फर्जीवाड़े का सुराग मिला और शनिवार को गिरोह के मुख्य सदस्य अरशद सहित गुलाम अली, मोहम्मद अरमान, मुराद अली, भाष्कर सिंह, सीताराम, ननकन और शहाबुद्दीन को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लिया गया। सभी आरोपियों के खिलाफ मु.अ.सं. 102/2025, धारा 406, 419, 420, 467, 468, 471, 506, 120बी व 34 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। कैसे रची धोखाधड़ी की पूरी साजिश पूछताछ में मुख्य आरोपी अरशद ने बताया कि उसने गुलाम अली और अरमान के साथ मिलकर हकीकुल्ला से संपर्क किया। जमीन दिखाने के बाद शहाबुद्दीन और मुराद अली को भी शामिल किया गया। असली मालिक ननकन से बात कर 45 लाख में सौदा तय किया गया, जिसमें से 15 लाख रुपये नकद एडवांस लिए गए। इस रकम में से 6 लाख ननकन, 5 लाख शहाबुद्दीन और 4 लाख गिरोह ने आपस में बांट लिए।इसके बाद आरोपी सीताराम और भाष्कर सिंह ने एक व्यक्ति धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ डी.के. सिंह को खोज निकाला, जो फर्जी ननकन बनकर एग्रीमेंट की प्रक्रिया में शामिल हुआ। डी.के. सिंह की फोटो लगाकर फर्जी आधार कार्ड बनवाया गया, और उसी के जरिये उपनिबंधक कार्यालय में रजिस्ट्री का एग्रीमेंट कराया गया। हकीकुल्ला को लगा कि वह असली मालिक से एग्रीमेंट कर रहा है, जबकि असल में उसके साथ गहरी साजिश रची जा चुकी थी। एसपी विकास कुमार ने बताया कि इस गिरोह का नेटवर्क बड़ा है और पुलिस अन्य पीड़ितों और शामिल लोगों की तलाश में जुटी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार आरोपियों में से भाष्कर सिंह पर वर्ष 1996 से 2007 के बीच 13 मुकदमे दर्ज हैं। सीताराम पर भ्रष्टाचार और जालसाजी से संबंधित दो मुकदमे पहले से चल रहे हैं। वहीं शहाबुद्दीन पर भी ठगी और फर्जीवाड़े के कई मामले दर्ज हैं।
3
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
Advertisement
Back to top