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Damoh470661

जागेश्वनाथ धाम में भक्तों के प्रवेश पर रोक, आंदोलन की चेतावनी!

MDMahendra Dubey
Jul 19, 2025 09:07:27
Damoh, Madhya Pradesh
प्रसिद्ध जागेश्वनाथ धाम के गर्भगृह में प्रवेश को लेकर हिंदू सँगठनो की चेतावनी सोमवार को भक्तो को नही दिया गया प्रवेश तो होगा आंदोलन... एंकर/ एमपी के दमोह जिले में स्थित देश दुनिया मे प्रसिद्ध भगवान जागेश्वनाथ धाम बांदकपुर में सावन सोमवार के दिन गर्भगृह में प्रवेश पर रोक को लेकर अब हिन्दू सँगठनो का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बीते यानी पहले सोमवार को जिला प्रशासन ने मंदिर ट्रस्ट कमेटी और पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर गर्भगृह में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी और भक्तो ने बाहर से ही दर्शन किये थे। इलाके के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब लोगों को भगवान भोलेनाथ को गर्भगृह के भीतर से जल अर्पण करने का मौका नही मिला और लोग निराश होकर चले गए। बीते सोमवार को दमोह के सांसद राहुल लोधी भी सुबह सुबह यहां पहुंचे थे और लोगो ने उन्हें घेरकर इस पाबंदी पर आपत्ति जताई थी जिसके बाद सांसद ने बयान दिया और कहा था कि प्रशासन से बातचीत करके आने वाले सोमवार से गर्भगृह में प्रवेश शुरू किया जाएगा लेकिन प्रशासन ने आज शनिवार तक इस विषय में कोई निर्णय नही लिया है और शिव भक्तों में आक्रोश बढ़ता जा है। लोगो के आक्रोश और धार्मिक भावनाओं को देखते हुए अब हिन्दू सँगठनो ने इस मुद्दे पर प्रशासन के निर्णय के खिलाफ सड़को पर आने की तैयारी कर ली है। विश्व हिंदू परिषद सकल हिन्दू समाज सहित विभिन्न धार्मिक सँगठनो के लोगों ने प्रशासन से साफ कहा है कि यदि इस सोमवार को भक्तो को गर्भगृह में प्रवेश नही दिया गया तो प्रशासन के खिलाफ बड़ा आंदोलन होगा और लोग अपनी आस्था और परम्परा के मुताबिक भगवान भोलेनाथ को जल अर्पण करेंगे। इलाके में लगातार इस निर्णय की खिलाफत के बाद भी प्रशासन कोई निर्णय पांच दिन बाद भी नही ले पाया है। कलेक्टर के मुताबिक अभी अधिकारी ये मालूम कर रहे हैं कि कितने लोग यानी भक्त सोमवार को आ सकते है और क्या गर्भगृह में प्रवेश दिया जा सकता है इसका निर्णय लिया जाएगा। आपको बता दें कि जागेश्वरनाथ धाम बांदकपुर में स्वयं प्रगट शिवलिंग है और इन्हें तेरहवें ज्योतिर्लिंग की मान्यता है, कहा जाता है कि इस शिवलिंग पर जल अर्पण करने का विशेष महत्व है, देश भर के अलग अलग इलाको से लोग नदियो का जल लेकर यहां आते है और भगवान को जल अर्पण करते है। हजारों की संख्या में कावड़िये नर्मदा जल लेकर कही सो कही दो सौ किलोमीटर पैदल चलकर यहां आते हैं और जल अर्पित करते है लेकिन इस रोक के बाद सबमे जमकर नाराजगी है। बाईट- अजय खत्री ( जिला प्रमुख विश्वहिंदू परिषद दमोह) बाईट- मोंटी रैकवार ( अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ सकल हिन्दू समाज दमोह) बाईट- कृष्णा पटेल ( अध्यक्ष छात्र क्रांति दल दमोह) बाईट- सुधीर कोचर ( कलेक्टर दमोह)
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